भोंपूराम खबरी,पंतनगर। जीबी पन्त विश्वविद्यालय के मशरूम अनुसंधान व प्रशिक्षण केन्द्र द्वारा मशरूम उत्पादकों की मांग को देखते हुए ‘मशरूम स्पान उत्पादन तकनीक’ विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 25 से 27 अगस्त 2021 को ऑनलाइन किया जा रहा है। मशरूम की खेती हेतु खाद बनाने के लिए गेहूं का भूसा, रासायनिक खादें व गोबर की खाद इत्यादि की आवश्यकता होती ही है साथ ही स्पान (बीज) भी अत्यंत महत्वपूर्ण अवयव है। उच्च गुणवत्ता युक्त स्पान अधिक एवं शीघ्र मशरूम उत्पादन के लिये भी आवश्यक है। अन्य फसलों की भांति मशरूम स्पान फसल की परिपक्व होने पर स्वतः प्राप्त नहीं होता है परन्तु मशरूम स्पान (बीज) केवल प्रयोगशालाओं अथवा स्पान उत्पादन इकाई पर ही तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा बनाया जाता है। जिसके लिये कुशल प्रशिक्षण की आवश्यकता होती है। पौष्टिकता तथा औषधीय गुणों से भरपूर मशरूम की खेती कम भूमि तथा सीमित संसाधनों में की जा सकती है। प्रषिक्षण कार्यक्रम हेतु इच्छुक अभ्यर्थी विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क कर सकते हैं।