भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। हरियाणा के हिसार में एक कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध कर रहे किसानों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज, आंसू गैस व पथराव के बाद गाजीपुर में प्रदर्शन कर रहे किसानों में भी रोष फ़ैल गया। संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता व तराई के बड़े किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि पुलिस के इस हमले में दर्जनों किसानों को गहरी चोटें आई। इस घटना के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने आज 2 घंटे के लिए हरियाणा के सभी हाईवे पर जाम रखा। किसानों को रिहा न करने पर हरियाणा के सभी थानों का घेराव करने की चेतावनी दी। वहीं रविवार देर रात गाजीपुर बॉर्डर पर हरियाणा सरकार का पुतला भी फूंका गया।
बाजवा ने बताया कि गुरनाम सिंह चढूनी, राकेश टिकैत, विकास सीसर व सुमन हुड्डा साहिर मोर्चा के नेताओं ने घटनास्थल पर पहुंच कर किसानों का हाल जाना व गिरफ्तार 85 किसानों की रिहाई और किसी भी किसान पर मुकदमा न करने की मांग की। किसानों ने हिसार पुलिस महानिरीक्षक के आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया। सरकार के प्रतिनिधियों से वार्ता के लिए किसानों की तरफ से 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई गुरनाम सिंह चढूनी, विकास सीसर व सुमन हुड्डा ने की।
वार्ता के बाद किसानों की मांगें मान ली गयी। गिरफ्तार किये गए 65 पुरुष व 20 महिलाओं को रिहा कर दिया गया व उन्हें धरनास्थलों पर वापस छोड़ा गया। प्रशासन से यह तय हुआ कि घटना से संबंधित किसी भी किसान पर कोई पुलिस केस नहीं दर्ज किया जाएगा। इसके अलावा पुलिस द्वारा जब्त किये गए किसानों के वाहन भी छोड़ दिए गए। समझौते के बाद किसानों द्वारा हरियाणा के मुख्य हाईवे खोल दिए गए। प्रस्तावित पुलिस थानों के घेराव के ऐलान को वापस ले लिया गया। यह भी तय किया गया कि इस घटना में जख्मी सभी किसानों का इलाज हरियाणा के किसान संगठन करवाएंगे।