भोंपूराम खबरी। बैंक शाखाओं और एटीएम लूटने का प्रयास करने वाला सिरफिरा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। आरोपित स्कूटी की डिग्गी से तार काटने में प्रयुक्त कटर प्लास मंकी कैप व अन्य सामान बरामद हुआ है। गैस कटर नहीं मिला है।बैंक शाखाओं और एटीएम लूटने का प्रयास करने वाला सिरफिरा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। पता लगा है कि कोसी बाजार से लेकर बिंता घाटी तक चार माह में छह वारदातों में यही शातिर शामिल रहा। सीसीटीवी कैमरे में दिखी सफेद रंग की स्कूटी के नंबर ने अपराधी की कुंडली खोली। उसी लाइन पर जांच के साथ घेराबंदी बढ़ी।
नतीजतन पुलिस के लिए चुनौती बन चुका नकाबपोश तिखूनकोट की पहाड़ी से धर लिया गया। शुरूआती पड़ताल में आरोपित ने खुद को सेना का जवान बताया है। वास्तविकता जानने को जांच तेज कर दी गई है। स्कूटी की डिग्गी से तार काटने में प्रयुक्त कटर, प्लास, मंकी कैप व अन्य सामान बरामद हुआ है। गैस कटर नहीं मिला है। फिलहाल हवालात में रखे गए आरोपित से कड़ी पूछताछ की जा रही है। दोपहर बाद खुलासा कर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।जनवरी दूसरे पखवाडा से लेकर अप्रैल आखिर तक बैंक शाखाओं, डाकघर व एटीएम को ही निशाना बनाने वाला नकाबपोश खाकी के लिए सिरदर्द बन गया था। लगातार वारदातों से पुलिस की कार्यप्रणाली सवालोंके घेरे में भी आ गई थी।
किरकिरी झेल रही पुलिस के लिए बीते बुधवार का दिन राहत भरा रहा। मजखाली, विजय चौक व द्योलीखेत में लगे सीसीटीवी कैमरों में रात में सफेद रंग की स्कूटी कैद हुई। पुलिस ने नंबर ट्रेस किया तो वाहन स्वामी की तलाश तेज की गई। मोबाइल नंबर की लोकेशन चेक करने पर खाकी हैरान तो हुई लेकिन गुडवर्क की उम्मीद भी जगी।