भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। खेलोगे कूदोगे तो बनोगे खराब ,पड़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब यह कहावत अब के हालातों में व्यवहारिक नही लगती। क्योंकि ऐसे कई नाम है जिन्होंने खेल की दुनिया से अपना अलग मुकाम बनाया है। लेकिन इस मुकाम को पाने के लिए सही साथ और मार्गदर्शन की आवश्यकता पड़ती है। जिससे खिलाड़ी अपने खेल को निखार सके।
रुद्रपुर के स्टेडियम में खेलो के प्रति जज्बा खिलाड़ियो के साथ प्रशिक्षकों में कम दिखाई नहीं देता। लेकिन खिलाड़ियों को सुविधाओं की कमी से जूझना पड़ रहा है। जिसके चलते उन्हे कई दिक्कतो का सामना भी करना पड़ रहा है।
जिला क्रीड़ा अधिकारी रशिका सिद्दाकी बताया कि रोज 7 से 8 घंटे अभ्यास कर रहे खिलाड़ियों को कुछ असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। स्टेडियम में खिलाड़ियो को आधुनिक तकनीक के साथ प्रशिक्षण प्राप्त नहीं हो पा रहा है। जिस कारण उन्हे अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिल पा रहा है। इन असुविधाओं की कमी से खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में असफल होने के कागार पर आ रहे है। इसके अलावाक खिलाड़ियों को भोजन भत्ता भी कम दिया जा रहा है। जोकि एक अच्छे खिलाड़ी डाइट से कम है। वर्तमान में खिलाड़ियो को 150 रूपये प्रतिदिन भोजन दिया जाता है। जिसे 250 रूपये प्रतिदिन किये जाने की आवश्यकता है। इसके लिए जल्द ही प्रस्ताव तैयार किया जाएगा।
रशिका ने बताया कि 24 फरवरी से बॉलीबॉल टीम के सनियर वर्ग का सात दिवसीय प्रशिक्षण शुरू किया जायेगा। जोकि बहुत की कम अवधि का प्रशिक्षण है। इसे कम से कम 15 दिन का होना चाहिए था। इस प्रशिक्षण शिविर में 12 बालक और 12 बालिकाओ की टीम को 5 मार्च को उड़ीसा में होने वाली राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिये तैयार किया जायेगा।