भोंपूराम खबरी। उपराष्ट्रपति चुनाव : इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है संसद का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। इस बीच राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव भी होने हैं। भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार के तौर पर जगदीप धनखड़ को उतारा है। अब विपक्ष की ओर से उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए उम्मीदवार के तौर पर मार्गरेट अल्वा के नाम की घोषणा की गई है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर विपक्षी दलों की बैठक में उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए उम्मीदवार के तौर पर मागरेट अल्वा के नाम पर मुहर लगी। विपक्षी दलों की बैठक के बाद NCP प्रमुख शरद पवार ने खुद विपक्ष की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार के तौर पर मार्गरेट अल्वा के नाम का एलान किया। मार्गरेट अल्वा कांग्रेस पार्टी की कद्दावर नेता रही हैं। हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 2023 में होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक मामलों की समिति का गठन किया था। इसमें मार्गरेट अल्वा भी शामिल थीं। मार्गरेट अल्वा कांग्रेस की अगुवाई वाली पूर्व की सरकारों में कई महत्वपूर्ण महकमों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। इससे पहले सरकार ने मानसून सत्र को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है। सरकार बिना चर्चा के बिल पास नहीं कराएगी। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष बिना मतलब के विषयों को मुद्दा बना रहा है। शनिवार को लोकसभा अध्यक्ष ने सभी दलों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में विपक्षी दलों ने अग्निपथ योजना, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों पर चर्चा कराए जाने की मांग की है। विपक्ष के तेवरों से साफ है कि यह सत्र बेहद गर्म रहने वाला है। सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हुई इसकी जानकारी देते हुए कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हमने सरकार के सामने कम से कम 13 मुद्दे रखे हैं। कुल करीब 20 मुद्दे आए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि 32 बिल हैं जिसमें से सिर्फ 14 बिल तैयार हैं, लेकिन 14 बिल कौन से हैं ये उन्होंने नहीं बताया। बैठक में 36 पार्टियों ने हिस्सा लिया जबकि 36 नेताओं ने अपने विचार रखे। विपक्ष ने कुछ मुद्दों पर चर्चा करने की मांग की है।