भोंपूराम खबरी। दिल्ली। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने सोमवार को लोकसभा में कहा कि अगर उनके खिलाफ एक भी मामला दर्ज हो तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। उन्होंने सदन में ‘दंड प्रक्रिया (पहचान) विधेयक, 2022’ पेश किए जाने के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की एक टिप्पणी के जवाब में यह बात कही। चौधरी का आशय संभवत: पिछले साल उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में घटी हिंसक घटना से था जिसमें कुछ किसानों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के पुत्र आरोपी हैं। कांग्रेस नेता की टिप्पणी का प्रतिवाद करते हुए मिश्रा ने कहा, ”मैं अधीर रंजन चौधरी जी को बताना चाहता हूं कि मैंने 2019 में नामांकन पत्र भरा था। अगर मेरे खिलाफ एक भी मामला हो, अगर मैं एक भी मिनट के लिए जेल गया हूं, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। एक रिपोर्ट के अनुसार अजय मिश्रा उर्फ टेनी की आपराधिक डोर बहुत लंबी है। 1990 में ही इन पर आपराधिक मामला दर्ज हुआ। 1996 में हिस्ट्रीशीटर घोषित किए गए, जिसकी नोटिस बाद में रद्द हो गई। वहीं 2000 में हत्या मामले में इन पर मुकदमा हुआ, जिस पर ये निचली अदालत से बरी हो गए मगर मामला अभी उच्च न्यायालय में चल रहा है। इसकी वजह से इनकी आम छवि अपराधी की रही है।लखीमपुर हिंसा से कुछ दिन पहले ही लखीमपुर के सम्पूर्णानगर में हुई एक बैठक में मंत्री टेनी किसान आंदोलन के प्रति बेहद कठोर दिखे। टेनी किसानों को धमकाते हुए कहते हैं कि ‘सुधर जाओ नहीं तो हम सुधार देंगे, केवल दो मिनट लगेंगे। मैं केवल मंत्री, सांसद, विधायक नहीं हूं, जो लोग मेरे मंत्री बनने से पहले के बारे में जानते हैं उनसे पूछ लो कि मैं किसी चुनौती से भागता नहीं हूं। जिस दिन ये चुनौती मैं स्वीकार कर लूंगा तो तुम लोगों को पलियां ही नही बल्कि लखीमपुर तक छोड़ना पड़ जाएगा’।