
भोंपूराम खबरी। रुद्रपुर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधम सिंह नगर, मणिकांत मिश्रा की उपस्थिति में, जनपद के सभी संबंधित अधिकारी/कर्मचारी हेतु एक महत्वपूर्ण तकनीकी प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस सत्र में वैज्ञानिक जांच प्रणालियों (Scientific Investigation Systems) पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया।


मुख्यमंत्री के लक्ष्य के अनुरूप पुलिस जांच को वैज्ञानिक रूप से सुदृढ़ करना है, ताकि अपराधों का त्वरित और सटीक अन्वेषण सुनिश्चित किया जा सके।
SSP महोदय की उपस्थिति में, सीओ सिटी रुद्रपुर श्री प्रशांत कुमार द्वारा एक घटना स्थल के फिंगर प्रिंट किस प्रकार लिया जाए का डेमो दिया गया।
मास्टर ट्रेनर महिला कांस्टेबल डॉली जोशी ने पुलिस मुख्यालय से संचालित प्रमुख तकनीकी प्रणालियों पर विस्तृत जानकारी दी।
चांस फिंगर प्रिंट डेमो: सीओ सिटी द्वारा घटना स्थल के फिंगर प्रिंट को सही तरीके से लेने और संरक्षित करने की प्रक्रिया का व्यावहारिक प्रदर्शन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य घटनास्थल पर लिए जाने वाले फिंगर प्रिंट लेने में होने वाली लापरवाही को रोकना और साक्ष्य की वैज्ञानिक शुद्धता सुनिश्चित करना था।
*👉🏻NAFIS (National Automated Fingerprint Identification System): NAFIS को परिभाषित करते हुए बताया गया कि यह एक राष्ट्रीयकृत, स्वचालित फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली है। इसका लक्ष्य सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अपराधियों के फिंगरप्रिंट डेटाबेस को एकीकृत करके, जांच में संदिग्धों की पहचान को तेज़ और त्रुटिहीन बनाना है।*
*👉🏻NATGRID (National Intelligence Grid): NATGRID को परिभाषित करते हुए समझाया गया कि यह विभिन्न एजेंसियों के डेटा को सुरक्षित रूप से एकीकृत करने वाला एक इंटेलीजेंस ग्रिड है। यह जांच एजेंसियों को वांछित खुफिया जानकारी को सर्च करने में मदद करता है, जिससे बड़े और संगठित अपराधों के अन्वेषण को प्रभावी ढंग से किया जा सके।
*MCU (Mobile Crime Unit) की प्रक्रिया और चांस प्रिंट को संरक्षित करने के वैज्ञानिक तरीकों की भी विस्तृत जानकारी दी गई।*


