
भोंपूराम खबरी,चम्पावत। जम्मू-कश्मीर के पूंछ जिले से उत्तराखंड प्रदेश व चम्पावत जिले के लिए एक बेहद ही दुखद खबर आ रही है। मेंढर तहसील क्षेत्र में पाक बार्डर के पास एलओसी में तैनात भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया है। बताया गया है कि सेना की अग्रिम चौकी पर तैनात अग्निवीर जवान की बीते शनिवार को संदिग्धावस्था में गोली लगने से जिंदगी चली गई। शहीद जवान की पहचान दीपक सिंह पुत्र शिवराज सिंह के रूप में हुई है।

बताया गया है कि शहीद दीपक मूल रूप से उत्तराखंड के चम्पावत जिले के पाटी तहसील क्षेत्र के खरही गांव के रहने वाले थे। उनकी शहादत की खबर से जहां उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं समूचे क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई है। घटना की संदिग्ध स्थिति को देखते हुए सेना के अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि गोली दुर्घटनावश चली थी या जवान ने खुद चलाई थी।
दीपक सिंह भारतीय सेना की 18 कुमाऊं रेजिमेंट में बतौर अग्निवीर तैनात थे। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग पाकिस्तान बार्डर पर एलओसी में थी। बताया गया है कि बीते रोज वह अग्रिम चौकी में तैनात थे, तभी दोपहर करीब ढाई बजे चौकी पर गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जिस पर सेना के अन्य जवान आनन-फानन में मौके पर पहुंचे तो उन्हें दीपक को खून से लथपथ जमीन पर पड़े देखा। साथी जवानों ने घायलावस्था में दीपक को तुरंत बटालियन के चिकित्सा शिविर में पहुंचाया जहां तैनात चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सेना के अधिकारियों ने घटना के जांच के आदेश जारी करते हुए पुलिस को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस विभाग की टीम भी जांच में जुटी है। इस संबंध में सेना अधिकारियों ने बताया कि यह हादसा एक दुर्घटनात्मक गोलीबारी का मामला माना जा रहा है। रेजिमेंट के वरिष्ठ अधिकारियों ने जवान के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और उन्हें हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
जानकारी के अनुसार दीपक सिंह 2 साल पहले ही अग्निवीर में भर्ती हुए थे। इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। ग्रामीणों के मुताबिक दीपक 10 दिन पहले ही छुट्टी बीता कर ड्यूटी में वापस लौटे थे। जवान का शव कल 24 नवंबर तक उनके पैतृक गांव पहुंचने की संभावना है।


