भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। सर्दी के मौसम में अमूमन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली व पंजाब के लुधियाना से गर्म कपड़े लाकर शहर व आसपास के क्षेत्रों में माल बेचने वाले छोटे व्यापारी इस बार महंगाई की मार के चलते बरेली का रुख कर रहे हैं। ठेले व फड़ लगाकर सीजनल कमाई करने वाले इन लघु व्यापारियों का कहना है कि इस सीजन में वह बरेली के पास स्थित अमरिया डाल से गर्म कपड़े ला रहे हैं। हालाँकि बरेली से की गयी खरीद से ग्राहकों को सामान के ज्यादा भाव देने पड़ रहे हैं।
नगर में जाड़े के मौसम में लगने वाले ठेलों और फड़ पर सस्ते कपड़ों के लिए आम जनमानस यहाँ का रुख करता है। लेकिन इस बार माल बरेली से आने के कारण ग्राहकों को सामान महंगा पड़ रहा है। यहाँ एक जैकेट पांच सौ से लेकर एक हजार रुपये में बेची जा रही है। जबकि पूर्व में यही तीन सौ से सात सौ रुपये में मिल जाती थी।
कपड़ा व्यापारी माधव ने बताया कि जीएसटी के बाद से ही तराई में रुद्रपुर में कपड़ा व्यापारियों की तकलीफें शुरू हो गई थी। उन्होंने बताया कि जीएसटी के बाद छोटे कपड़ा व्यापारियों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। कपड़ा व्यापरी सुधीर के मुताबिक पहले जीएसटी फिर कोरोना की दोनों लहरों के कारण व्यापार करना दूभर हो चला था। उन्होंने बताया कि दिल्ली व लुधियाना से माल ढुलाई खर्च अधिक होने के कारण रुद्रपुर और इसके आसपास के कपड़ों के छोटे व्यापारी बरेली के पास अमरिया डाल से ही गर्म जैकेटों की खरीदारी कर रहे हैं। अलबत्ता इन लघु व्यापारियों ने यह भी स्वीकारा कि बरेली के माल में दिल्ली अथवा लुधियाना वाली गुणवत्ता न होने के साथ ही ग्राहकों को वह महंगा भी पड़ेगा। मगर स्वयं सक्षम न होने के चलते वह इस माल को लेने को मजबूर हैं।