भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। स्थापना दिवस के मौके पर जिला मुख्यालय में एक तरफ जहां कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा था। वहीं जिला अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजो को दवाई खरीदने के लिए बाहर के मेडिकल स्टोर तक का सफर तय कर अपनी जेबें ढीली करनी पड़ रही है। जिससे मरीजों के साथ उनके तीमारदारों को भी स्वास्थ्य विभाग की बेरुखी से दो चार होना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में स्टाफ , मशीनरी के साथ अन्य सुविधाओं का भी अभाव लगातार जारी है। जिसे स्वास्थ्य विभाग द्वारा मजबूर मरीजों की लाचारी का मज़ाक उड़ाने जैसा है।
विकास की दुहाई देकर उत्तराखंड राज्य को मंगलवार को 21 वर्ष पूरे हो गए बावजूद इसके जिला मुख्यालय में मौजूद जिला अस्पताल के औषधालय में मरीजों के लिए दवाई उपलब्ध नहीं है। बता दे कि जिला अस्पताल में दवाई की किल्ल्त का पहला मामला नहीं है, बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के कान पर जूं नही रेंग रही है। स्थानीय निवासी मनीष ने बताया कि मरीजों के लिए जिला अस्पताल की स्थिति सोचनीय है, जहां किसी भी गंभीर बीमारी का न तो इलाज किया जा सकता है और न ही उसकी जांच के लिए कोई उपकरण है। स्थानीय निवासी शीला ने बताया कि अस्पताल में इलाज के लिए कई बार आई है, जहां 28 रूपये की पर्ची कटवाकर चिकित्सीय परामर्श तो मिल जाता है लेकिन दवाई के लिए बाहर के मेडिकल स्टोर का ही रुख करना पड़ता है। जिला अस्पताल में कमजोर आर्थिक स्थिति वाले मरीज ही ज्यादातर अपना इलाज करवाने आते है। ऐसे में दवाई के लिए मरीज और उसके तीमारदार बाहर की दुकानों पर जाना पड़ता है, जिससे वो खुद को ठगा हुआ मेहसुस करते है।