भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता यशपाल आर्य और संजीव आर्य की घर वापसी पर उनके स्वागत कार्यक्रम को लेकर हल्द्वानी में आयोजित विजय शंखनाद रैली के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। अब विजय शंखनाद रैली 10 नवंबर के जगह 11 नवंबर को हल्द्वानी के रामलीला मैदान में आयोजित होगी। यह जानकारी देते हुए कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा ने रैली के कार्यक्रम में फेरबदल के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेवार ठहराया है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता यशपाल आर्य और संजीव आर्य की घर वापसी पर उनके स्वागत कार्यक्रम को विजय शंखनाद रैली के रूप में आयोजित करने के लिए पार्टी ने 10 नवम्बर की तिथि घोषित की थी। इस रैली को ऐतिहासिक बनाने के लिए कुमांऊ भर में पिछले कई दिनों से जोरदार तैयारियां चल रही हैं। कहा कि इस कार्यक्रम में भारी जनसैलाब उमड़ने की सम्भावना के चलते भाजपा के नेता अभी से बेचैन हैं इसीलिए उन्होंने इस कार्यक्रम को फ्लाप करने की साजिश शुरू कर दी है।
गावा ने कहा कि रामलीला मैदान में 10 नवम्बर को भाजपाईयों ने जान बूझकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कार्यक्रम हल्द्वानी में लगा दिया। जबकि पूर्व में ही रामलीला मैदान में कांग्रेस का कार्यक्रम तय हुआ चुका था। इसके बावजूद 10 नवम्बर को सीएम के कार्यक्रम के लिए रामलीला मैदान को पार्किंग हेतु रिजर्व कर लिया गया। यह सोची समझी साजिश है। भाजपा सरकार जनता और विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है। कहा कि जनता ऐसी घटिया सोच का जवाब आगामी 2022 के चुनाव में देने का मन बना चुकी है। कांग्रेस की विजय शंखनाद रैली अब 11 नवम्बर को पूरे जोश और उत्साह के साथ होगी। उन्होने बताया कि इस दौरान कांग्रेस अपना शक्ति प्रदर्शन करने के साथ ही विजय शंखनाद की शुरुआत करने जा रही है। इस कार्यक्रम में पूर्व सीएम हरीश रावत, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सहित कांग्रेस के कई बड़े नेता मौजूद रहेंगे। साथ ही कार्यक्रम में अन्य दलों से बड़ी संख्या में लोग कांग्रेस की सदस्यता भी ग्रहण करेंगे। यह रैली भाजपा सरकार की चूलें हिलाने का काम करेगी। उन्होनें कार्यकर्ताओं से अधिक से अधिक संख्या में 11 नवम्बर को हल्द्वानी पहुंचकर विजय शंखनाद रैली को सफल बनाने का आहवान भी किया।