
भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। हमारे शहर में भी एक ऐसा स्कूल है जहां बच्चे अच्छी शिक्षा पाने के साथ-साथ जैविक खेती के गुर भी सीख कर रहे हैं और बच्चों को जैविक खेती का ज्ञान देने के लिए इससे बेहतर तरीका भला क्या हो सकता है…दरअसल रुद्रपुर के नामी दिल्ली पब्लिक स्कूल के टेरेस गार्डन में पढ़ाई के साथ ही शिक्षक अब बच्चों को जैविक खेती के गुर भी सीख रहे हैं

इसके लिए खासतौर पर स्कूल के टेरिस गार्डन में अनुपयोगी सामग्री जैसे की कटे हुए ड्रम और पेंट की बाल्टियां में सब्जियों के साथ-साथ फलों का उत्पादन भी किया जा रहा है…स्कूल के टेरिस गार्डन में खासतौर पर लहसुन,प्याज,शलजम मूली,धनिया,टमाटर और गोभी जैसी की जैविक सब्जियों का उत्पादन हो रहा है इसके अलावा टेरिस गार्डन में चीकू,अमरूद,आम,आडू,बेर,पीता,ड्रैगन फूड का भी उत्पादन हो रहा है
इसके अलावा बच्चों को रासायनिक खेती के दुष्प्रभाव के साथ ही जैविक सब्जियों और फलों के गुण लाभ भी बताए जाते हैं… स्कूल के टेरिस गार्डन में होने वाली सब्जियों का उपयोग स्कूल में संचालित होने वाले मेस में किया जाता है और बच्चे खुद भी यहां ऑर्गेनिक सब्जियों और फलों का आनंद उठाते है।
स्कूल के टेरिस गार्डन की एक विशेषता यह भी है कि इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले सभी तरह की खाद और कीट नाशक छिड़काव भी पूरी तरह से जैविक होते हैं…उधर स्कूल की इस नई पहल पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष सुरजीत सिंह का यह कहना कि स्कूल के ऑर्गेनिक टेरेस गार्डन को अभी आगे और भी बेहतर बनाने के लिए स्कूल प्रबंधन प्रयासरत हैं…
इसके अलावा वर्तमान समय में स्कूली बच्चों को ऑर्गेनिक खेती के बारे में जागरूक करना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि ये पर्यावरण के लिए फ़ायदेमंद है…साथ ही जैविक खेती से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है,मिट्टी स्वस्थ और उपजाऊ रहती है…इसके अलावा इससे पारिस्थितिक संतुलन भी बना रहता है…
बच्चों को ऑर्गेनिक खेती के बारे में जागरूक करने उन्हें ये पता चलता है कि जैविक खेती से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है,जैविक खेती से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण होता है और जैविक खेती स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होती है।