
भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। त्योहारों के समय बाजार में उछाल आना स्वाभाविक है। त्योहारों को देखते हुए व्यापारी वर्ग भी अपनी तैयारी करते है । इस बार की श्रीकृष्ण जन्माष्टमी में भी व्यापारियों ने कमर कस ली थी। कोरोना की वजह से व्यापारियों को एक बार फिर निराशा ही हाथ लगी । जहां एक तरफ श्रीकृष्ण की पूजा के लिए कपड़े, आभूषण बेचने वालों के पास गिने चुने ग्राहक देखे गए । वही फल व्यापारियों के बिक्री एक तिहाई पर ही सिमट गयी ।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पूजा सामग्री और फलों की बिक्री भारी मात्रा में की जाती है । इस बार रुद्रपुर के बाज़ारों में दोनों ही क्षेत्रों में ग्राहकों की कमी के चलते कमाई की आस लिए व्यापरियों को मायूस होना पड़ा । फल विक्रेता अनिल सागर ने बताया कि पहले जहां तीन कुंटल तक सेब बिक जाते थे । आज वही एक कुंटल सेब भी बामुश्किल बेचे गए, उन्होने बताया कि अमरुद की बिक्री का भी यही आलम है करीब डेढ़ कुंटल बेचे जाने वाला अमरुद 60 किलो भी नहीं हो पाई । केला विक्रेता संतोष ने बताया कि जन्माष्टमी पर अमूमन 15 से 16 हजार की कमाई हो जाती थी, उन्होंने बताया कि इस बार मात्र 5600 को ही केले की बिक्री हो पाई है । व्यापरियों ने बताया कि कोरोना के चलते पिछले दो सालों से नुकसान झेल रहे है ।