
भोंपूराम खबरी। किट्टू (5) का कंकाल बरामद नहीं हो सका। मंगलवार को टीपीनगर पुलिस ने हत्यारोपी सुमित कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं, किट्टू के माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल रहा। वे बस यही कहते रहे कि बेटी की अंतिम क्रिया भी नहीं कर पाए।

टीपीनगर के मुल्ताननगर निवासी धीरेंद्र कुमार ने 4 जनवरी, 2023 को टीपीनगर थाने में मामला दर्ज करवाया था। रिपोर्ट में बताया था- रात में मैं खाना खाने के बाद पत्नी और बेटी के साथ कमरे में सो रहा था।
करीब 2 बजे मेरी नींद टूटी तो बेटी किट्टू बिस्तर पर नहीं थी। मैंने अपनी बेटी को ढूंढना शुरू किया। बाहर आए तो देखा दरवाजा खुला था। इसके बाद घर के अगल-बगल उसकी तलाश की, लेकिन बेटी का कहीं पता नहीं चला।
पुलिस ने सुबह क्षेत्र के CCTV चेक किए। इस दौरान पुलिस को एक फुटेज हाथ लगा । इसमें रात 11 बजे बच्ची घर के बाहर आती हुई दिखी। तभी एक युवक आया जो अपने चेहरे को मफलर से ढके था। बच्ची को घर के बाहर अकेला खड़ा देखकर रुक गया।
बच्ची के बात करते हुए हाथ पकड़कर 4 कदम चला, फिर उसे गोद में उठाकर सड़क के दूसरी तरफ चला गया। पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी में दिख रहे युवक के पोस्टर लगवाए।
20 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की, लेकिन बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला था। टीपीनगर थाना प्रभारी सुबोध सक्सेना ने बताया कि जिस घर में बच्ची के पिता धीरेंद्र कुमार किराए पर रहते हैं। उसी घर में सुमित (28) अपने भईया और भाभी के साथ रहता था।
सुमित ने पुलिस को बताया है कि 2023 में उसकी भाभी गर्भवती थी। किट्टू की मां पुष्पा ने भाभी को कोई दवा पिला दी थी, जिसके चलते जुड़वां बच्चों की पेट में ही मौत हो गई थी। इसका बदला लेने के लिए उसने किट्टू की हत्या कर दी।
सुमित का यह कारनामा उसकी भाभी को भी पता था । सुमित की भाभी ने ये बात सुमित की पत्नी को बताई थी। अब सुमित का उसकी पत्नी से विवाद चल रहा है। मामला दोनों के अलग रहने तक पहुंच गया है।
इस पर सुमित को सबक सिखाने के लिए उसकी पत्नी ने हत्या की बात बच्ची की मां पुष्पा को बता दी। इसकी सूचना पुष्पा और उसके पति ने पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने सुमित को गिरफ्तार कर लिया।
थाना प्रभारी सुबोध सक्सेना का कहना है कि सुमित ने पूछताछ में हत्या की बात कबूल की। खेत में तीन दिन तक जेसीबी से खुदाई कराई लेकिन कंकाल नहीं मिला है।