भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। पंतनगर के नगला क्षेत्र को न उजाड़ने की मांग को लेकर पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने कलेक्ट्रेट गेट पर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेसियों की पुलिस से नोकझोंक व धक्का-मुक्की भी हुई। जिसका कांग्रेसियों ने विरोध करते हुए जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में एडीएम ने धरना स्थल पर पहंुचकर ज्ञापन लिया। जिसके बांद कांग्रेसियों ने धरना प्रर्दशन समाप्त किया।
बता दे कि पंतनगर के नगला क्षेत्र में सड़क किनारे बसे हजारो लोगो को प्रशासन ने जमीन खाली करने का नोटिस दिया है। जिससे नगलावासियों में काफी रोष है। उसको लेकर बीते दिनों भी नगलावासियों ने विरोध प्रदर्शन किया था। उसी के तहत सोमवार को पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़ ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना देने का आहवान किया था। जिसको लेकर कलेक्ट्रेट पहंुचे लोगो को पुलिस ने गेट पर ही रोक दिया। वही पूर्व मंत्री बेहड़ गेट के दूसरे ओर फंस गये। इस दौरान प्रशासन ने महिला पुलिस को आगे कर दिया। जिस पर काफी बहस और नारेबाजी हुई। बाद में बेहड़ ने गेट के एक ओर और कांग्रेसी व नगरवासी गेट के दूसरी ओर ही धरने पर बैठ गये। तिलकराज बेहड़ ने कहा कि प्रशासन तानाशही पर उतारू है। वह डीएम को लोकतांत्रिक तरीके से ज्ञापन देना चाहते थे। लेकिन प्रशासन ने उन्हे गेट पर ही रोक दिया। जोकि गलत है। उन्होने कहा कि नगला को वह किसी कीमत पर नहीं उजड़ने देगे। सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेकर समस्या का समाधान तलाश करना चाहिए और नगला के लोगो को उजड़ने से बचाना चाहिए। कहा कि अफसर सरकार के इशारे पर काम कर रहे है। उधर काफी जद्दोजहद के बाद लोग माने और एडीएम जगदीश कांडपाल ने धरना स्थल पर ही पहंुचकर ज्ञापन लिया। ज्ञापन देने के बाद लोगो ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया। इस दौरान पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन, पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट, किच्छा नगर पालिका चेयरमैन दर्शन कोली, मीना शर्मा, महेन्द्र शर्मा, जनार्दन सिंह, संतोष कुमार, राघव सिंह, मोहन खेड़ा, नंद लाल आदि थे।