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Friday, July 26, 2024

अर्धनग्न होकर एसएसपी निवास पर किया प्रदर्शन, एसपी सिटी के स्थानांतरण की मांग 

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भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर।  एक दूसरे के पूरक समझे जाने वाले पुलिस महकमे और पत्रकारों के लिए रविवार का दिन इतिहास के काले अध्याय के रूप में अंकित हो गया। पुलिस द्वारा साथी पत्रकार पर अकारण मुकदमा दर्ज किये जाने के विरोध में जिले भर के पत्रकारों ने न सिर्फ एसएसपी कैंप कार्यालय के बाहर धरना दिया बल्कि अर्धनग्न होकर विभाग की कार्यशैली के खिलाफ प्रदर्शन किया और आरोपी पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण सहित पत्रकार के खिलाफ मुकदमा खत्म करने की मांग करी।

 

सीएम तीरथ सिंह रावत रामनगर में जनता को सम्बोधित कर रहे थे। वहीं उधम सिंह नगर जिले के पत्रकार पुलिस कप्तान के घर के बाहर प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त कर रहे थे। प्रदर्शन करते पत्रकारों का कहना था कि पुलिस विभाग लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारिता का उत्पीड़न करने में लगा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। धरना स्थल पर काशीपुर, किच्छा, सितारगंज, खटीमा, दिनेशपुर, गूलरभोज, गदरपुर, हल्द्वानी व नैनीताल समेत कई शहरों के पत्रकार मौजूद रहे। यही नहीं पत्रकारों के संगठनों के राजधानी देहरादून में भी इस मामले को लेकर प्रदर्शन किये व संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे।

 

दरअसल शनिवार रात करीब 10 बजे नैनीताल मार्ग पर दो कारों की भिडंत हो गयी थी। पूरे मामले का विवाद सिडकुल चौकी जा पहुंचा। सूचना मिलने पर घटना की कवरेज के लिए शहर के वरिष्ठ पत्रकार भरत शाह भी पहुंचे। इस मामले में एक पक्ष सत्ताधारी दल से जुड़ा हुआ था जिसकी पैरवी में शहर विधायक, भाजपा जिलाध्यक्ष समेत सत्ताधारी दल के कई दिग्गज रात को पुलिस चौकी में जुटे रहे। आरोप है कि पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में भरत शाह से अभद्रता और मारपीट की गई। इसके बाद चौकी को छावनी में तब्दील कर दिया गया। देर रात्रि में तमाम पत्रकार भी चौकी पहुँच गए। जिसके बाद एसपी सिटी ममता वोहरा के आदेश पर सभी पत्रकारों को चौकी से बाहर कर दिया गया। यही नहीं इस पूरे मामले में पत्रकार को आरोपी बनाते हुए एसपी सिटी के आदेश और सिडकुल पुलिस चौकी इंचार्ज की शिकायत पर भारत शाह, उनके छोटे भाई और एक अन्य पर सरकारी काम में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। जिससे गुस्साए पत्रकारों ने रविवार सुबह एसएसपी कैंप कार्यालय के बाहर धरना शुरू दिया। सूचना प्रदेश भर में फैली और राजधानी दून सहित सभी शहरों में पत्रकारों ने भी एकता के साथ पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए विरोध तेज कर दिया।

 

पत्रकारों के धरने की सूचना मिलते ही पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक राज बेहड़ भी अपने दर्जनों समर्थकों के साथ एसएसपी कैंप कार्यालय पहुँच गए। यहाँ बेहड़ कई घंटे पत्रकारों के समर्थन में धरने पर बैठे। अपने संबोधन में बेहड़ ने कहा कि एक पत्रकार को झूठे मुकदमे में आरोपी बनाना पुलिस की ओछी मानसिकता को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हुए इस आघात में कांग्रेस पार्टी मनोयोग से साथ है और यदि आन्दोलन के तेज करना पड़े तो पीछे नहीं हटेगी। यहाँ पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष संदीप चीमा, पूर्व पालिकाध्यक्षा मीना शर्मा, कांग्रेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा, जिला महासचिव सुशील गावा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पुष्कर राज जैन, सीपी शर्मा, अनिल शर्मा, हरीश अरोरा, समरवीर सीटू, मिक्की ठुकराल, निशांत ढल्ला, मानिक पप्पल आदि साथ थे।                 

नगर निगम रुद्रपुर के कई पार्षदों ने धरना स्थल पर पहुंचकर पत्रकारों को समर्थन दिया। भाजपा पार्षद प्रमोद शर्मा और सुशील चौहान के नेतृत्व में पहुंचे पार्षद संघ के सदस्यों का कहना था कि पत्रकारों का उत्पीड़न स्वीकार्य नहीं है। पुलिस की कार्यशैली की कड़ी निंदा करते हुए उन्होंने आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री तीरथ रावत को पत्रकारों के आंदोलन को व्यापार मंडल, सामाजिक और धार्मिक संगठनों में अपना समर्थन दिया। जिंदगी जिंदाबाद फाउंडेशन की ओर से धरनास्थल पर पत्रकारों को पानी और लंगर का सहयोग दिया गया। वहीं उद्योग व्यापार मंडल ने धरना दे रहे पत्रकारों के लिए फल और मास्क की व्यवस्था करवाई।

 

पहली बार हुआ है जब डीजीपी अशोक कुमार के पदभार ग्रहण करने के बाद पुलिस की ऐसी शर्मनाक घटना सामने आयी हो। एक तरफ तो मित्र पुलिस की छवि सुधारने के प्रयास चल रहे हैं और वही कुछ पुलिसकर्मी छवि धूमिल करने का काम जोर शोर से कर रहे हैं। जब रुद्रपुर के पत्रकारों के साथ पुलिस का ऐसा व्यवहार तो एक आम आदमी के साथ इस थाने में कैसा सलूक किया जाता होगा ये एक बड़ा सवाल हैं। संजय जुनेजा ,, अध्यक्ष उद्योग व्यापार मंडल

यह एक गंभीर मामला है जिसमें जनता की आवाज़ उठाने वाले पत्रकारों को धरने पर बैठना पड़ा है। पत्रकारों का सम्मान बना रहेगा। भाजपा सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो। यह मामला हाई कमान के संज्ञान में लाया जा चुका है और शीघ्र ही पत्रकारों की इच्छा के अनुरूप निर्णय लिया जायेगा। शिव अरोरा, भाजपा जिलाध्यक्ष उधम सिंह नगर                                                       

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