भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। सूबे प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के महिलाओं के कपड़ों को लेकर दिए गए विवादित बयान के खिलाफ कांग्रेसियों ने धरना आयोजित किया। मुख्यमंत्री द्वारा अपने बयान को लेकर खेद जताने सम्बंधित सूचना मिलने के बाद धरना समाप्त हुआ। इस दौरान कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री की सोच को निम्न स्तरीय बताते हुए जमकर आलोचना की।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव नंदलाल के मंत्रित्व में दर्जनों महिला व पुरुष पार्टी कार्यकर्ता मुख्य बाजार स्थित बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा के समक्ष एकत्र हुए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों की जगह मुख्यमंत्री का ध्यान महिलाओं के कपड़ों पर है। प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, महिला सुरक्षा जैसे मुद्दे सरकार को आइना दिखा रहे हैं मगर सूबे के मुखिया हवाई यात्राओं के दौरान महिलाओं के कपड़े देखते हैं। कहा कि ये जेनोफोबिया के रोगी हैं। इन रूढ़िवादी और कट्टरवादियों की रग-रग में लिंग भेद व्याप्त है जो बेटी बचाओ बेटी पढाओ के नारे का अपमान करते हैं। पूर्व पालिकाध्यक्षा मीना शर्मा ने कहा कि महिलाओं के कपड़ों को जज करने का अधिकार तीरथ सिंह रावत को नहीं है। महिलाएं पूज्य होती हैं। उनके कपड़ों से उनके चरित्र का आंकलन करने वाले लोग खुद मानसिक रोगी हैं। कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री के माफ़ी मांगने तक धरना जारी रखने का ऐलान किया और मुख्यमंत्री के खेद जताने की सूचना मिलने पर अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया। इस दौरान ओंकार सिंह ढिल्लों, इन्द्रजीत सिंह, बेबी सिकदार, मोनिका ढाली, संदीप थापा, आकांक्षा, रवि कठेरिया, दिलशाद, कमलेश गुप्ता, रामप्रसाद, सुरुचि, नितिन गक्खर आदि तमाम लोग मौजूद थे।