भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। अशोक लीलैंड के सामने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी विश्वनाथ राय की मूर्ति का अनावरण किया गया। इस दौरान भाजपा व कांग्रेस के अनेक नेता मौजूद थे। श्री राय के पुत्र अवकाश प्राप्त कर्नल प्रमोद शर्मा ने बताया 10 दिसंबर 1906 को जन्मे श्री राय ने 1932 में विधि की शिक्षा पूरी की और शहीद भगत सिंह के दल में शामिल हो गए। उन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह में भाग लिया। जिस पर ब्रिटिश सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया तथा 8 वर्ष देश की विभिन्न जेलों में कैद रखकर उन्हें यातनाएं दी। आजाद भारत में वर्ष 1952 से 1977 तक वे 25 वर्ष सांसद रहे। इससे पूर्व श्री राय हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिक आर्मी के भी सदस्य रहे। 27 अगस्त 1984 को बनारस के गंगा घाट पर उनका स्वर्गवास हुआ। उनके विचार थे कि विश्व में मानव द्वारा मानव का शोषण न हो।
इस मौके पर विधायक ठुकराल ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए और राष्ट्र के विकास में अपना योगदान देना चाहिए ।उन्होंने कहा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राय ने देश की आजादी में अहम भूमिका निभाई जिसे यह देश कभी भुला नहीं सकता। पूर्व मंत्री बेहड़ ने कहा कि ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की बदौलत देश को आजादी मिली है। श्री राय की मूर्ति का अनावरण किया गया है और यह आने वाली पीढ़ी को नई दिशा देगी।
श्री राय की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने फोन पर कर्नल प्रमोद शर्मा से बात करके शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि देश की आजादी में श्री राय का बड़ा योगदान रहा है। उनके आदर्शों को आत्मसात करना चाहिए। कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दर्शन सिंह ,सेवा सिंह और सुच्चा सिंह को अतिथियों ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। मेयर रामपाल सिंह, पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा, भाजपा नेता सुरेश परिहार, कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा,अजय तिवारी, अंकुर राय, गुलाब सिंह सिरोही ,अनिल शर्मा, जेबी सिंह मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष अरुण पांडेय आदि मौजूद थे।