भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। डीजल-पेट्रोल के बढ़ते दामों का असर अब सब्जियों की कीमत पर भी पड़ने लगा है। प्तेरो पदार्थों की कीमत बढ़ने के कारण ढुलाई महंगी होने से सब्जियों के दाम करीब डेढ गुने हो चले है। हालांकि बीते वर्षो तक इस सीजन में सब्जियों के दाम अपने निचले स्तर पर होते थे। लेकिन जनवरी से लगातार बढ़ रहे तेल के दाम से किराया भाड़ा में होने वाली वृद्धि इसका मुख्य कारण बताया जा रहा है।
आये दिन बढ़ते डीजल-पेट्रोल के दाम से जहाँ जनता परेशान है वही सब्जी के थोक व फुटकर विक्रेता भी त्रस्त हो चुके है। स्थानीय सब्जी मंडी के दुकानदार जितेन्द्र का कहना है कि सब्जियों के दामों में आये उछाल से ग्राहकों की संख्या भी आधी रह गयी है।
जिस कारण माल बच जाता है और खराब हो जाने के कारण नुकसान उठाना पड़ रहा है। दुकानदार राजेश कहते है कि इस समय आलू 8-10 रुपये में मिलने चाहिए पर 15-20 रुपये प्रति किलो के मिल रहे है। भिंडी जहां इस सीजन में पिछले साल तक 30 से 40 रुपये प्रति किलो के भाव मे थी आज वही 80 से 100 रुपये प्रति किलो के भाव की हो चुकी है।उ न्होंने कहा प्याज पहले ही 40-50 प्रति किलो का था पर अब लगता है देसी प्याज़ के मंडी में आने के बावजूद भी प्याज के मूल्यों में कोई खास असर नही दिखेगा। सब्जी आढ़ती राजू ने बताया कि जहाँ पहले 10 रुपये प्रति बोरी किराया लगता था तो अब 15 से 25 रुपये तक किराया देना पड़ रहा है। कीमतों में इजाफे की वजह से मंडी में पहले जैसी भीड़ देखने को नही मिल रही है। हालात ऐसे ही रहे थे मार्च में होली होने के बावजूद बाजार में चढ़ाव की संभावना बेहद कम है।