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Friday, September 20, 2024

20 दिन बाद सारस से मिलकर रो पड़ा आरिफ: परिंदा भी बाड़े से निकलने को हुआ बेताब, लेकिन सब तरफ जाल बंधा था

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भोंपूराम खबरी। कानपुर के चिड़ियाघर में 20 दिन बाद मंगलवार को आरिफ और सारस की मुलाकात हुई। सारस ने जैसे ही अपने दोस्त को देखा, वो चिल्लाते हुए खुशी से अपने बाड़े में उछलने लगा। आरिफ ने सारस को उड़ने के लिए कहा तो वह बाड़े के अंदर ही उड़ने लगा। सारस अपनी गर्दन को हिलाते हुए और चोंच निकालते हुए अपने पंख भी फड़फड़ाने लगा।

ये सब देखकर आरिफ की आंखों से आंसू आ गए। आरिफ और सारस की मुलाकात का 2 मिनट 15 सेकेंड का वीडियो भी सामने आया है। 9 अप्रैल को सारस का क्वारैंटाइन पीरियड खत्म होने के बाद आरिफ को चिड़ियाघर में जाने की इजाजत दी गई थी। इससे पहले सोमवार को आरिफ ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी। अखिलेश ने ट्वीट किया था यूपी – सरकार सारस को आजाद कर दे।

सपा विधायक के साथ गए आरिफ

आरिफ कानपुर से सपा विधायक अमिताभ बाजपेई के साथ जू पहुंचे। 27 मार्च को कानपुर दौर पर आए अखिलेश यादव भी सारस से मिलने कानपुर जू पहुंचे थे। सारस के क्वारैंटाइन होने के चलते अखिलेश को CCTV से उसे दिखाया गया था। अखिलेश के साथ उस वक्त आरिफ भी थे।

8 महीने पहले हुई थी आरिफ और सारस की दोस्ती आरिफ और सारस की दोस्ती अगस्त 2022 में शुरू हुई थी। आरिफ बताते हैं- रोज की तरह मैं अपने खेत पर काम करने जा रहा था। तभी मुझे रास्ते में एक बड़ा सा पंख दिखाई दिया। मैं थोड़ा आगे बढ़ा तो बड़ा सा सारस जमीन पर पड़ा हुआ था। पहले मैं उसको देखकर डर गया। पहली बार सारस को सामने से देखा था। इसकी चोंच बहुत बड़ी थी। मुझे डर लग रहा था कि कहीं ये मुझे मार न दे।

मैं कुछ देर वहीं पर खड़ा रहा। उसको लगातार देख रहा था। वो हिल भी नहीं पा रहा था। उसके पैर पर चोट थी । खून निकल रहा था। किसी तरह हिम्मत करके मैं उसके पास गया। उसके ऊपर हाथ फेरा तो वो थोड़ा सा मेरी तरफ घूम गया। इसके बाद मैंने सारस को पानी पिलाया। फिर उसको अपने खेत पर ले गया। उसके पैर पर दवा लगाकर पट्टी बांध दी। उसके बाद सारस को खेत पर किनारे लेटा दिया।

कुछ देर बाद मैं खाना खाने जा रहा था। तभी मैंने सारस की ओर देखा। मैंने सोचा उसको भी कुछ खिला दूं, लेकिन डर था कहीं वो चोंच मार न दे। तभी मैंने उसको दूर से रोटी फेंक कर दी। जो उसने खा ली। उसके बाद एक रोटी और दे दी। जब मैं घर जाने लगा तो छोटे भाई को बुला लिया। उसके साथ मिलकर सारस को घर ले गया।

वहां उसको घर के अंदर बिस्तर पर रखा। रात में फिर से खाना खिलाया। ऐसा लगभग डेढ़ महीने तक मैं करता रहा। घर की देसी दवाई से उसका पैर धीरे-धीरे ठीक हो गया। वो अब अपने पैरों पर चलने लगा था। मेरा डर भी अब खत्म हो चुका था। घर के दूसरे लोग भी उससे डरा नहीं करते थे। सारस के ठीक होने पर मैंने सोचा अब वो उड़ जाएगा, लेकिन वो वहीं रह गया।

सोशल मीडिया पर स्टोरी आई तो वन विभाग अलर्ट हुआ आरिफ और सारस की दोस्ती के वीडियो लगातार वायरल हो रहे थे। इसकी चर्चा सुनकर 6 मार्च को सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी इस दोस्ती को देखने अमेठी पहुंचे थे। सोशल मीडिया पोस्ट और अखिलेश के साथ सारस और आरिफ की फोटो आने के बाद वन विभाग अलर्ट हुआ और सारस को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की।

पहले रायबरेली, फिर कानपुर जू लाया गया सारस सारस रायबरेली के पक्षी विहार में उड़कर लापता हुआ था। यहां से 25 मार्च को उसे कानपुर जू लाया गया था। उसे 15 दिन क्वारैंटाइन में रखा गया था। 9 अप्रैल को क्वारैंटाइन पीरियड पूरा होने पर सारस की आरिफ से मुलाकात कराई गई है। क्वारैंटाइन पूरा होने के बाद सारस को जू के ही बाड़े में शिफ्ट किया गया है।

सारस के साथ दोस्ती को लेकर चर्चा में आए आरिफ में अब मायूस हैं, क्योंकि वन विभाग सारस को ले गया है। मंगलवार को वन विभाग की टीम ने सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में शिफ्ट कर दिया है। इस पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा है। रायबरेली के पक्षी विहार में उड़कर लापता हुआ सारस मिल गया है। सारस करीब 12 किमी. दूर एक गांव में पहुंच गया था। वन विभाग की टीम उसे वापस रेस्क्यू करके ले आई है। उधर, अखिलेश यादव ने भी सारस के वापस मिलने से जुड़ा ट्वीट गुरुवार सुबह 9.55 बजे किया। इसमें उन्होंने कहा, “पक्षी-प्रेमी ‘बी सैया’ को धन्यवाद, जिसने सारस को बचाया, खिलाया- पिलाया और वो काम कर दिखाया, जिसमें यूपी सरकार नाकाम रही

 

 

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