भोंपूराम खबरी। रुद्रपुर नगर को आवादी दिनों दिन बढ़ती , लेकिन यहां जल निकासी की व्यवस्था अब तक नहीं हो है। जिसके चलते बारिश के दिनों में जलभराव के विकट परिस्थितियों से लोगों को गुजरना पड़ता है। वर्ष 2022 के बारिश में रुद्रपुर शहर की तमाम कालोनियां पानी में डूब गई थीं। तब वहां ड्रेनेज सिस्टम बनाने पर तैयारी हुई। एक संस्था को सर्वे का कार्य सौंपा गया। दो वर्ष बीतने पर भी अब तक कारवाई आगे नहीं बढ़ सकी है। हैरानी यह है कि लोकसभा, विधानसभा और निकाय चुनाव में यह मुद्दा उठता है, मगर चुनाव के बाद जनप्रतिनिधि भूल जाते हैं और समस्या से जनता जूझती है।
राज्य गठन से पहले वर्ष 1996 में ऊधम सिंह नगर जनपद बना। वहीं इससे पहले 1960 के करीब नगर पंचायत हुआ करता था। धीरे-धीरे आबादी बढ़ती गई और शहर बसता गया। राज्य बनने के बाद नगर पालिका बनी और फिर वर्ष 2012- 13 में नगर निगम बना। इससे पहले वर्ष 2004 में सिडकुल आया और जिलेभर में कई कंपनियां धीरे-धीरे स्थापित हुई। वर्तमान में निगम के अंतर्गत 40 वार्ड हैं और यहां की आबादी करीब ढाई लाख से अधिक है। निकाय चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव तक में यहां के सबसे बड़े मुझें में से एक जल निकासी के लिए ड्रेनेज एलान को भी शामिल किया जाता है। लेकिन कई दशक बीत जाने के बाद भी उत्तराखंड के प्रमुख मैदानी जनपदों में से एक कथम सिंह नगर में अब तक ड्रेनेज सिस्टम नहीं बन सका है।
वर्ष, 2022 में 16 से 18 अक्टूबर तक हुई बारिश में आशा से अधिक शहर डूब गया था। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थान ले जाया गया। जिसके बाद ड्रेनेज सिस्टम बनाने के लिए बड़ी तेजी लोगों ने दिखाई। विधायक शिव अरोरा ने लोनिवि संग वार्ता कर प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। आपाधापी में दिल्ली की एक संस्था को रुद्रपुर, काशीपुर, सितारगंज में सर्वे के लिए टेंडर दिया गया। करीब 80 लाख रुपये से अधिक में ये संस्था सर्वे का काम करने लगी। दो वर्ष बीतने को हैं, लेकिन अब तक सर्वे पूरा नहीं हुआ। ऐसे में फिर से एक बार निकाय चुनाव आ चुका है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
कई बार प्रदर्शन और मांग उठी लेकिन नहीं निकला समाधान वर्तमान में लगभग हर मोहल्ले में सड़क के दोनों ओर नालिया बनाई गई है जिसमें पानी बहकर कल्याणी व गुल नदी में जाता है फिर भी बरसात के दिनों में जलभराव आम बात है। जल निकासी न होने से गंदा पानी लोगों के घरों व दुकान में घुस जाता है। इससे लोगों का जीना मुश्किल हो जाता है। कई बार व्यापारियों ने नगर निगम और प्रशासन के साथ वार्ता हुई मगर समस्या का समाधान नहीं हो सका ।
कब तक चलेगा सर्वे डेमेज सिस्टम के लिए संस्था प्रस्तावित विकास खंडों के साथ सर्वे का काम कर रही है। कितने दिन सर्वे चलेगा। कब डीपीआर बनेंगी। और निर्माण आरंभ और काम पूरा होगा। इस बारे में कोई सुगाहट नहीं है। इन स्थानों पर भीषण जलभराव जगतपुरा आवास विकास, दरिया नगर टॉजिट कैंप, मालिक कालोनी डीडी चौक, किच्छा बाईपास रोड आदि।
रुद्रपुर नगर निगम बनने के बाद यह सारा काम होने वाला है लेकिन जल निकासी पर अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो सकी है। कुछ समय पहले सर्व की बात हो रही थी लेकिन अब तक नहीं हो पाया। सुमन, आवास विकास
इंदौर की तर्ज पर शहर को विकसित बनाने का दम भरा जाता है। पूरे निगम का भ्रमण कर यहां के विकास का आकलन किया जा सकता है। जहां तक डेमेज सिस्टम की बात है तो पता नहीं कब बनेगा। रवि, आजाद नगर
शहर कराने के बाद ही जल निकासी पर योजना बनी अनियोजित निर्माण भी जलभराव का कारण है। दो वर्ष पहले आई बाढ़ के बाद भी अब तक कोई सुध नहीं ली गई है। कहीं फिर न वही हाल हो जाए। राहुल कालड़ा, कल्याण ब्यू