
भोंपूराम खबरी,महात्मा गांधी: सत्य और अहिंसा के पुजारी। महात्मा गांधी का संपूर्ण जीवन सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर आधारित था. उन्होंने बिना किसी हथियार के ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक अहिंसक आंदोलन खड़ा किया और भारत को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनका विश्वास था कि अहिंसा सबसे शक्तिशाली हथियार है और इससे दुनिया में किसी भी समस्या का समाधान संभव है. उनके विचार न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणादायक हैं.

महात्मा गांधी के अनमोल विचार
आप जो बदलाव दुनिया में देखना चाहते हैं, पहले खुद में लाएं.
अहिंसा सबसे बड़ी शक्ति है, यह किसी भी हथियार से अधिक प्रभावी है.
कमजोर कभी क्षमा नहीं कर सकते, क्षमा करना बलवान की निशानी है.
खुद को पाने का सबसे अच्छा तरीका है, खुद को दूसरों की सेवा में खो देना.
धैर्य और सत्य के साथ चलें, जीत आपकी ही होगी.
व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित होता है, जैसा वह सोचता है, वैसा ही बन जाता है.
शक्ति शारीरिक क्षमता से नहीं आती, यह एक अदम्य इच्छाशक्ति से आती है.
स्वच्छता और स्वास्थ्य स्वतंत्रता से अधिक महत्वपूर्ण हैं.
ईश्वर का कोई धर्म नहीं होता, बल्कि सच्चाई ही ईश्वर है.
अगर आपको कोई बुरा करे तो बदले में उसे प्रेम दें, यही जीवन की सच्ची सीख है.
महात्मा गांधी की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक
महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांत आज भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं, जितने स्वतंत्रता संग्राम के समय थे. सत्य, अहिंसा, आत्मनिर्भरता और सेवा उनके जीवन के मुख्य आधार थे, जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित करते हैं. उनके दिखाए मार्ग पर चलकर हम समाज में शांति, सद्भाव और न्याय को बढ़ावा दे सकते हैं.
आज के दिन हमें बापू के आदर्शों को आत्मसात करते हुए उनके द्वारा दिखाए गए सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए. महात्मा गांधी के विचार न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणादायक हैं.