16.2 C
London
Friday, September 20, 2024

भारत बनेगा दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश

- Advertisement -spot_img
spot_img
spot_img
spot_img
spot_img

भोंपूराम खबरी। अप्रैल 2023 में किसी भी समय भारत दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। अभी तक सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश चीन की जगह ले लेगा। एसोसिएटेड प्रेस ने आज सुबह 11 अप्रैल, 2023 को यह रिपोर्ट दी है। जिसमें बताया गया है कि भारत इस महीने किसी भी समय आबादी में चीन से आगे निकल जाएगा, जिससे भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। अगर कुछ विलंब हुआ भी तो कुछ महीने बाद निश्चित तौर पर सार्वाधिक आबादी की जगह ले लेगा। संख्या संयुक्त राष्ट्र के अनुमानों पर आधारित हैं। संयुक्त राष्ट्र 20वीं शताब्दी के मध्य से विश्व जनसंख्या संख्या पर नज़र रख रहा है।

 प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट

2022 में दो सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र दोनों एशिया में ही थे। 2.3 बिलियन जनसंख्या में वैश्विक जनसंख्या का 29 प्रतिशत है। इसमें पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया है और 2.1 बिलियन 26 प्रतिशत के साथ मध्य और दक्षिणी एशिया है। चीन और भारत प्रत्येक 1.4 बिलियन से अधिक के साथ, इन दो क्षेत्रों में अधिकांश आबादी के लिए जिम्मेदार हैं। प्यू रिसर्च सेंटर ने भी फरवरी 2023 में एक लेख प्रकाशित किया था, जिसमें अप्रैल के मध्य की संभावित तारीख का सुझाव दिया गया था।

1950 के बाद भारत की आबादी का ग्राफ दोगुना पहुंचा 

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार चीन कम से कम 1950 के बाद से दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश रहा है। पृथ्वी की कुल जनसंख्या हाल ही में 8 बिलियन से अधिक हो गई है।1950 के बाद से भारत की जनसंख्या का ग्राफ दोगुने से अधिक जा पहुंचा है। जब संयुक्त राष्ट्र ने 1950 में अपनी जनसंख्या के आंकड़े रखना शुरू किया, तो भारत में अब की तुलना में एक अरब कम लोग थे।

दुनिया का सार्वाधिक युवा वाला देश

जनसांख्यिकी के अनुमानों के अनुसार भारत और चीन दोनों की आबादी लगभग 1.4 बिलियन बताई है। और भारत की आबादी चीन के अपेक्षा तेजी से बढ़ रही है। भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि भारतीय जनसंख्या में युवा लोगों की संख्या सार्वाधिक है। प्यू रिसर्च के अनुसार भारत की 40% से अधिक जनसंख्या 25 वर्ष से कम आयु की है। यह एक बहुत ही युवा देश है।

शिशु मृत्यु दर में 70 फीसद आई कमी

प्यू रिसर्च के अनुसार पिछले 3 दशकों में भारत में शिशु मृत्यु दर में 70% की कमी आई है। फिर भी,यह क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों से उच्च बना हुआ है।

श्रोत: प्यू रिसर्च सेंटर।

फोटो: स्पेस 23एलईयर।

Latest news
Related news
- Advertisement -spot_img

Leave A Reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

Translate »