भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। एण्टी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने बालश्रम कर रहे तीन नाबालिग बच्चों को छुड़ाया। बच्चों संग आयी छत्तीसगढ़ की एक महिला सर्कस व मनोरंजन का कार्य करा रही थी। पुलिस टीम ने माफी मांगने पर महिला को वापस उसके घर भेजा।
जानकारी के अनुसार एण्टी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की प्रभारी निरीक्षक बसन्ती आर्य को सूचना मिली कि एक महिला छोटे बच्चों के साथ रुद्रपुर क्षेत्र में भीख मांगने व सर्कस, मनोरंजन करने का कार्य कर रही है। जिस पर टीम द्वारा मौके पर जाकर देखा तो एक महिला अपने तीन नाबालिग बच्चों के साथ रुद्रपुर बाजार क्षेत्र में नाबालिग बच्चों से सर्कस, मनोरंजन करा रही है। वही पूछने पर बताया कि खाने के लिए पैसे नहीं होने के कारण अपने बच्चों व खुद के द्वारा भीख मांगकर व स्वयं के बच्चों से सर्कस मनोरंजन कराकर भरण पोषण करने की बात बतायी गयी। जिसके बाद टीम ने सम्बन्धित चाइल्ड लाइन व श्रम विभाग से समन्वय स्थापित किया गया। मौके पर श्रम विभाग के निरीक्षक अनिल पुरोहित पहुंचे। जिनके पहुँचने पर महिला द्वारा बताया गया कि वह दो दिन पहले ही अपने बच्चों के साथ छत्तीसगढ़ से रुद्रपुर आयी है, उसके सभी बच्चे छत्तीसगढ़ में शिक्षा ग्रहण करते हैं। खाने के लिए पैसे नहीं होने के कारण सोमवार को सर्कस, मनोरंजन करने आये थे। महिला द्वारा दोबारा छत्तीसगढ़ वापस जाने की बात कहकर भविष्य में पुनरावृत्ती न करने की बात कही। टीम ने महिला द्वारा माफी मांगने व भविष्य में पुनरावृती न करने व स्वयं वापस अपने घर जाने की बात कहने पर महिला और बच्चों को मौके पर ही आवश्यक दिशा निर्देश देकर वापस भेजा गया। इस दौरान एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट टीम व श्रम विभाग चाइल्ड लाइन व उपस्थित अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा मौके पर अन्य समस्त जनता के लोगों को बाल श्रम के प्रति जागरुक किया गया। वही बाल श्रम करते पाये जाने पर निम्न नम्बरों 1098, 112, 100, 1090 पर सूचित करने हेतु भी कहा गया। इस दौरान टीम में निरीक्षक बसन्ती आर्य, प्रभारी एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, कानि. नारायण दत्त, नवीन गिरी, कपिल भाकुनी व म.का. प्रियंका आर्य, ममता सहित श्रम प्रवर्तन अधिकारी अनिल पुरोहित व सामाजिक कार्यकर्ता रजनीश बत्रा शामिल थे।