भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। बंगाली समाज के जाति प्रमाण पत्रों में लिखे जाने वाला शब्द पूर्वी पाकिस्तानी (बंग्लादेशी) के हटाने संबंधी शासनादेश जारी किये जाने की मांग को लेकर युवाओं ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। वही युवाओं ने मांगे पूरी नहीं होने तक अनशन जारी रखने की चेतावनी भी दी है। पहले दिन सात युवा क्रमिक अनशन पर बैठे।
इस दौरान युवाओं ने कहा कि बंगाली समाज के जाति प्रमाण पत्रों में आपत्तिजनक शब्दो को हटाने के लिए उत्तराखण्ड सरकार ने केबिनेट में प्रस्ताव पास कर इसको हटाने का दावा किया है। सरकार पूर्व में भी कोरा आश्वासन दे चुकी है। लेकिन इसका शासनादेश अभी तक जारी नहीं किया गया है। इसको लेकर समाज में भ्रांतियां फैली हुई है और युवाओं में काफी आक्रोश है। वही पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन ने युवाओं के मांगो का समर्थन करते हुए सरकार से शीघ्र ही इस संबंध में शासनादेश जारी करने की मांग की है। पहले दिन अजय राय, सजय आईस, कौशल विश्वास, किशोर हाल्दार, पवित्र श्री, सुब्रत विश्वास, गोविन्द मजूमदार क्रमिक अनशन पर बैठे। इस दौरान ममता हाल्दार, श्यामल मण्डल, अमित वैद्य, विकास विश्वास, जीवन राय, उमा सरकार, मोनिका ढाली, सुजय विश्वास, सुमित बैरागी, नारायण हाल्दार, नवकुमार साना, परितोष गाईन, खगोपति विश्वास आदि मौजूद थे।