विक्रम केशरी,भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। उधम सिंह नगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर में कोरोना गाइडलाइन की सरेआम धज्जियां उड़नी लगातार जारी हैं। सरकार के सख्त आदेश के बाद भी शहर में ढाबे खोले जा रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि शहर के प्रमुख स्थानों पर सार्वजानिक रूप से खोले जा रहे सड़क किनारे स्थापित इन ढाबों पर पुलिस की नजर भी नहीं जा रही।
ज्ञात हो कि बीते दो माह से चल रहे लॉकडाउन में कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए शुरुआत में जहां सख्त लॉकडाउन लगाया गया तो कोरोना की रफ़्तार धीमी पड़ने के साथ ही लॉकडाउन में शिथिलता देते हुए कई कारोबार शुरू करने की अनुमति शासन ने प्रदान कर दी। लेकिन ढाबों, होटलों, भोजनालयों और सड़क किनारे लगने वाले फल-चाट-खाने के ठेलों को अनुमति नहीं दी गयी। तर्क था कि इन जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य गाइडलाइन का अनुपालन नहीं होता है। भीड़ होने के कारण यहाँ कोरोना के प्रसार का खतरा बना रहता है। मगर शहर में पुलिस की लापरवाही के चलते कई ढाबे-फड़ व खोखे खोले जा रहे हैं जहां खान-पान का सामान न सिर्फ बेचा जा रहा है बल्कि यहाँ एकत्र होने वाली भीड़ से कोरोना फैलने का खतरा भी लगातार बना हुआ है।
इस बारे में अपनी राय देते नारायण अस्पताल की प्रबंध निदेशक डॉ सोनिया अदलखा का कहना था कि ढाबों आदि पर बर्तनों के जरिये कोरोना फैलने का खतरा बराबर बना रहता है। ऐसी जगहों पर पर्याप्त सफाई और सैनिटाइजेशन का ख्याल नहीं रखा जाता है। इसलिए कोरोना का प्रकोप कम होने तक ऐसे ढाबे अथवा फड़-खोखे नहीं खुलने चाहिए जहाँ भोजन उपलब्ध कराया जाता हो।
हैरानी की बात यह है कि इसमें से कई ढाबे पुलिस थाने व चौकियों से कुछ मीटर की दूरी पर ही खुले हुए हैं। वहीं सीओ रुद्रपुर अमित कुमार ने कहा कि चेकिंग अभियान चलाकर ऐसे भोजनालयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।