भोंपराम खबरी। उत्तराखंड में इन दिनों मौसम शुष्क बना हुआ है। मैदानी इलाकों में ठंड की शुरुआत हो चुकी है हालांकि पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड काफी बढ़ने लगी है ,आने वाले दिनों में मौसम में इससे भी बड़ा बदलाव होने जा रहा है।मौसम विज्ञान के मुताबिक आगामी 4 नवंबर 2022 के आसपास पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है। इसलिए मौसम विज्ञानियों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण पंजाब, हरियाणा के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण होगा इसी वजह से उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर, पंजाब ,हरियाणा, दिल्ली में 7 से 9 नवंबर के बीच आसमान में बादल छाने और बौछार पड़ने की संभावना है।
जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के मौसम विज्ञानी डॉ. आरके सिंह द्वारा कहा गया है कि कुमाऊं समेत उत्तराखंड के ऊंचाई वाले हिस्सों में 8 नवंबर 2022 को वर्षा के आसार है इसके अलावा हिमपात भी देखने को मिल सकता है। मौसम में आने वाले बदलाव के साथ-साथ तापमान पर भी इसका असर पढ़ने वाला है तथा 8 से 10 नवंबर के बीच तापमान में दो से 3 डिग्री गिरावट के आसार हैं। उत्तराखंड राज्य में मौसम ने मंगलवार शाम को अचानक करवट बदली। कुमाऊं में दारमा और व्यास घाटी सहित उच्च हिमालयी क्षेत्र में हिमपात हुआ। जबकि मुनस्यारी के नाचनी क्षेत्र में भीषण ओलावृष्टि हुई जिससे सब्जियों और फलदार पेड़ों को काफी नुकसान हुआ है। नाचनी क्षेत्र में बारिश के साथ ओले गिरे। नाचनी के अलावा तेजम, क्वीटी, बिर्थी, होकरा क्षेत्र में भी ओलावृष्टि से खेतों में तैयार सब्जियों के साथ ही माल्टा, संतरा, नींबू सहित अन्य फलदार पेड़ों को नुकसान पहुंचा है।