भोंपूराम खबरी। महाराष्ट्र में आयोजित एक सम्मान समारोह में लू लगने से 11 लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोगों की तबीयत खराब हो गई, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कार्यक्रम के बाद अस्पताल भी गए जहां अन्य बीमार लोगों को उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। सीएम शिंदे ने मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। जबकि बीमार लोगों के इलाज का खर्च उठाने की बात कही है।
कार्यक्रम कल नवी मुंबई के खारघर में किया गया था। कार्यक्रम में लाखों की संख्या में लोग पहुंचे थे। कार्यक्रम सुबह 11 बजे शुरू हुआ और लगभग तीन घंटे तक चला। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री कपिल पाटिल और राज्य के कैबिनेट मंत्रियों सहित अन्य लोगों ने भाग लिया। शाह ने सामाजिक कार्यकर्ता दत्तात्रेय नारायण धर्माधिकारी को प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया, जिन्हें अप्पासाहेब धर्माधिकारी के नाम से जाना जाता है। इस कार्यक्रम में 3 लाख से अधिक लोग जमा हुए थे और तापमान 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे कार्यक्रम में
खारघर में 306 एकड़ के विशाल मैदान में आयोजित भव्य समारोह में धर्माधिकारी के लाखों अनुयायियों ने भाग लिया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा स्थापित पुरस्कार धर्माधिकारी को प्रदान किया। कार्यक्रम के लिए सुबह से ही लोगों का जुटना शुरू हो गया था। इनमें से कई लोग शनिवार को ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए थे।
भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि इस कार्यक्रम में 10 लाख से अधिक लोग शामिल हुए। लगभग 300 लोगों ने डिहाइड्रेशन, बाई ब्लड प्रेशर और थकावट की शिकायत की और उन्हें चिकित्सा मुहैया कराई कई। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अब तक 20 मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। डिहाइड्रेशन की शिकायत करने वालों को खारघर के टाटा अस्पताल और नवी मुंबई, पनवेल और रायगढ़ के सरकारी अस्पतालों में भेजा गया।
मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया, ‘डॉक्टरों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है। मृतक व्यक्तियों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी। समारोह के दौरान बीमार पड़ने वाले अन्य लोगों को भी सरकार मुफ्त इलाज मुहैया कराएगी। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाख घटना है। कार्यक्रम में लाखों लोग पहुंचे थे।