भोंपूराम खबरी। अब तक पर्यटकों को प्रदर्शनी या अन्य आउटलेट में मिलने वाले स्थानीय उत्पाद अब सीधे हाईवे पर मिल सकेंगे। इसके लिए ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (रीप) के तहत हामोटलह का संचालन करने का प्रस्ताव है। मोटल को महिलाओं के क्लस्टर लेवल फेडरेशन (सीएलएफ) संचालित करेंगे। इस मोटल में रेस्टोरेंट और गेस्ट हाउस भी संचालित करने की योजना है। जिले में महिला समूहों को प्रोत्साहन दिए जाने के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं।
इसके तहत जिले में 39 सीएलएफ संचालित किए जा रहे हैं। इन सीएलएफ का संचालन महिला समूह कर रहे हैं। रीप के तहत इन सीएलएफ के जरिए बनाए जाने वाले स्थानीय उत्पादों को • अपग्रेड करने और मार्केटिंग के नए मौके दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत 25 सीएलएफ अपने बिजनेस प्लान दिए थे। इनमें से 15 के बिजनेस प्लान को स्वीकृति मिल गयी है। वहीं अब जसपुर क्षेत्र में जगतपुर पट्टी के पास दिल्ली- नैनीताल नेशनल हाईवे पर ‘मोटल’ खोलने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। इसके तहत करीब एक बीघा भूमि का चिह्नीकरण हो चुका है योजना के तहत यहां भवन और अन्य आधारभूत ढांचे का विकास किया जाना है। केंद्र सरकार को एक करोड़ 10 लाख का इस्टीमेट बनाकर भेजा गया था। इसके तहत रीप को यह रकम आवंटित हो चुकी है। मोटल का
निर्माण करने के बाद इसे महिला सीएलएफ को सौंपा जाएगा। महिला समूह जिले के विभिन्न हस्तनिर्मित उत्पादों को यहां बेचेंगी, जिससे पर्यटकों तक इन उत्पादों की सीधी पहुंच बन सके। वहीं महिलाएं ही रेस्टोरेंट का संचालन भी करेंगी।
जिला परियोजना प्रबंधक निदेशक हिमांशु जोशी ने बताया कि रीप की योजना के तहत विभिन्न सीएलएफ के बिजनेस प्लान स्वीकृत किए गए हैं। इसके तहत अब तक 15 सीएलएफ के बिजनेस प्लान स्वीकृत हो चुके हैं। हर सीएलएफ को चार-चार लाख रुपये रीप की ओर से आवंटित होंगे। वहीं एक लाख रुपये की पूंजी सीएलएफ की ओर से लगाई जाएगी।
कुमाऊं में आने वाले पर्यटकों तक महिला समूहों के उत्पादों को सीधे पहुंचाने के लिए इस योजना पर कार्य किया जा रहा है। रीप के सहयोग से यह योजना संचालित होगी। इससे महिला समूहों की आमदनी बढ़ेगी और जिले के उत्पादों को नई पहचान मिलेगी। – मनीष कुमार, सीडीओ, ऊधमसिंह नगर