भोंपूराम खबरी। रामनगर।दो दिन पूर्व पकड़े गए पौड़ी गढ़वाल के तीनों आरोपितों की निशानदेही पर हाथी दांत के साथ कार्बेट टाइगर रिजर्व के कालागढ़ वन प्रभाग के कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि रामनगर वन प्रभाग की टीम ने शुक्रवार को धीरेंद्र सिंह पुत्र मोहन लाल निवासी दीयोद कोटद्वार, विरेन्द्र पुत्र मोहनलाल निवासी दियोद, कोटद्वार तथा राहुल पुत्र बोरा सिंह, निवासी कोटद्वार जिला पौड़ी को रामनगर से हाथी दांत के साथ गिरफ्तार किया गया था। तीनों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत अपराध पंजीकृत कर जेल भेज दिया था। पूछताछ में आरोपितों ने बताया था कि हाथी दांत का एक टुकड़ा कार्बेट टाइगर रिजर्व के कालागढ़ वन प्रभाग के मेदावन रेंज में तैनात विनोद ध्यानी पुत्र पीतांबर ध्यानी के पास है। डीएफओ कुंदन कुमार ने शनिवार को जेल में बंद तीनों आरोपितों को कोर्ट से रिमांड पर लिया। शनिवार शाम डीएफओ, एसडीओ पूनम कैंथोला, वाइल्डलाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के इंस्पेक्टर व कालागढ़ वन प्रभाग के रेंजर की टीम अभियुक्त धीरेंद्र कुमार पुत्र मोहनलाल द्वारा बताई गए गोजुडा वन रक्षक चैकी में पहुंचे। वन चैकी के अंदर से हाथी दांत को काटने में प्रयोग किया गया एक पाटल और चैकी परिसर से हाथी दांत के दो टुकड़े बरामद किये गए। इस अपराध में शामिल चैथे आरोपित वाचर विनोद ध्यानी पुत्र पितांबर दत्त ध्यानी को गिरफ्तार किया गया। आरोपित धीरेंद्र कुमार भी पूर्व में कालागढ़ टाइगर रिजर्व वन प्राभाग के मैदावन रेंज में फायर वाॅचर एवं मानसून वाॅचर के रूप के दैनिक श्रमिक के रूप में कार्य कर चुका है। डीएफओ ने बताया कि दोनों वाचरों को हाथी दांत गश्त में पड़ा मिला था। जिसे वह चैकी लाकर उन्होंने उसे बेचने की ठान ली थी। तीन आरोपित हाथी दांत के कुछ हिस्से को लेकर रामनगर आए थे। टीम में रामनगर वन प्रभाग की टीम में रेंजर शेखर तिवारी, कैलाश तिवारी, वन दरोगा, प्रमोद पंत, वन दरोगा, विमल चैधरी, वन आरक्षी, गणेश, जगत आदि शामिल थे।