भोंपूराम खबरी। हल्द्वानी के मशहूर सर्जन और संजीवनी अस्पताल के संचालक डॉ महेश का शव एक महीने बाद जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम की हिमालयी बर्फीली पहाड़ियों पर स्थित तारसर झील से बरामद हो गया है। पिछले महीने झील में डूबे हल्द्वानी के डॉ महेश कुमार का शव पहलगाम के लादरवथ के पास बरामद हुआ है। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर महेश के परिवार को सूचित कर दिया गया है और चिकित्सीय और कानूनी कार्यवाही के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। गौरतलब है कि 22 जून को श्रीनगर के एक टूरिस्ट गाइड की उस समय मौत हो गई थी जब उसने ट्रेक के दौरान तारसर झील के पास पर्यटक डॉ महेश कुमार को बचाने की कोशिश की थी। पर्यटक गाइड शकील अहमद का शव एक दिन बाद बचाव दल के काफी प्रयासों के बाद बरामद किया गया, जबकि पर्यटक का शव एक महीने से अधिक समय से लापता था। डॉक्टर महेश कुमार ट्रेकिंग के शौकीन थे। वह समय-समय पर ट्रेकिंग के लिए दूरस्थ इलाकों में जाते थे। बता दें कि डॉक्टर महेश कुमार 18 जून को हल्द्वानी से अपने साथियों के साथ ट्रेकिंग के लिए तारसर झील क्षेत्र में पहुंचे थे। उनके साथ तीन टूरिस्ट गाइड समेत 14 लोग भी थे। तीन दिन से लगातार भारी बारिश के कारण दल ऊपर फंस गया। झील का जलस्तर बढ़ने से बुधवार सुबह तारसर झील पर बने पैदल पुल का हिस्सा ढह गया। इससे डॉ. महेश और उनके साथ रहे कश्मीर के गांदरबल के शकील अहमद झील में डूब गए।