भोंपूराम खबरी। शिवसेना नेता संजय राउत पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कस दिया है। 1034 करोड़ रुपए के पात्रा चाल घोटाले में ईडी की टीम ने शिवसेना सांसद के भांडुप स्थित घर पर रेड डाली है। इस मामले में एक जुलाई को राउत से पूछताछ की गई थी मगर उसके बाद वे ईडी के समन के बावजूद पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए थे।
माना जा रहा है कि राउत को पूछताछ के लिए ईडी के कार्यालय लाया जा सकता है। राउत मोदी सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते रहे हैं। उनका आरोप है कि इन एजेंसियों के जरिए विपक्ष के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। पात्रा चाल घोटाले में ईडी की टीम अभी तक राउत से सिर्फ एक दौर की पूछताछ कर चुकी है। राहुल से इस घोटाले के संबंध में ईडी ने एक जुलाई को पूछताछ की थी। उसके बाद रावत को 20 जुलाई और 27 जुलाई को भी पूछताछ के लिए तलब किया गया था मगर राउत पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए थे।
उनका कहना था कि वे संसद के मानसून सत्र में व्यस्त हैं। उन्होंने इस बाबत अपने वकीलों के जरिए ईडी को सूचना भेजी थी। उनका कहना था कि मानसून सत्र की व्यस्तता के कारण वे 7 अगस्त के बाद ही पूछताछ के लिए पेश हो सकते हैं। इस घोटाले के संबंध में संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर से करीब 9 घंटे तक पूछताछ की जा चुकी है। राहुल से इस मामले में अभी तक सिर्फ एक बार 1 जुलाई को पूछताछ की गई थी। उस पूछताछ के बाद राउत का कहना था कि मैंने जांच में पूरा सहयोग दिया है और एजेंसी की ओर से पूछे गए सभी सवालों के जवाब दे दिए हैं। उनका कहना था कि वे निडर और साहसी आदमी हैं और उन्होंने कोई भी गलत काम नहीं किया है।
पात्रा चाल घोटाले में संजय राउत के करीबी प्रवीन राउत की करीब 9 करोड़ रुपए और संजय राउत की पत्नी वर्षा की दो करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त हो चुकी है। ईडी प्रवीन राउत को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चाल महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी का प्लाट है और अब इस बड़े घोटाले में संजय राउत पर ईडी का शिकंजा कस गया है।