

भोंपूराम खबरी,रूद्रपुर। मां वैष्णो देवी मंदिर, वैष्णवी शक्तिपीठ आश्रम (पूजनीय स्वर्ग फार्म वाली देवी जी के स्थान) आदर्श कालोनी में हो रही श्रीमद् भागवत् कथा के द्वितीय दिन समाजसेवी व युवा पंजाबी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष भारत भूषण चुघ ने आयोजन स्थल पर पहुंचकर श्रीमद भागवत पुराण के समक्ष शीश झुकाया। तत्पश्चात उन्होंने कथा व्यास स्वामी श्री नारायण चैतन्य जी महाराज एवं माता हंसेश्वरी भारती जी महाराज का माल्यार्पण कर उनका आर्शीवाद प्राप्त किया। श्री चुघ ने कहा कि श्री सनातन धर्म से जुड़े परिवारों में श्रीमद् भागवत पुराण कथा का श्रवण करना सर्वश्रेष्ठ कार्य माना गया है। इस कथा का श्रवण करने का महत्व तभी ही जब हम सभी इस कथा में दिए गए संदेश को अपने जीवन में उतार कर इसका जीवन पर्यंत अनुसरण करें। कथा व्यास स्वामी नारायण चैतन्य जी महाराज के प्रवचनों को सुनन के लिये सैकड़ों श्रद्धालु कथा स्थल पर पहुंचे और उन्होंने संगीतमय कथा और भजनों का आनंद लिया। कथा व्यास श्री स्वामी नारायण चैतन्य जी महाराज ने महाभारत का अश्वत्थामा का वृतांत, ध्रुव चरित्र, अजामिल चरित्र व प्रहलाद चरित्र की कथा सुनाई। स्वामी नारायण चैतन्य जी महाराज ने कहा कि कि जब तक जीव माता के गर्भ मैं रहता है तब तक वह बाहर निकलने के लिये छटपटाता रहता है। उस समय वह जीव बाहर निकलने के लिये ईश्वर से अनेक प्रकार के वादे करता है। मगर जन्म होने के पश्चात सांसारिक मोहमाया में फस कर वह भगवान से किये हुए वादों के भूल जाता है। जिसके कारण मनुष्य जीवन में कष्टों को भोगता है। महाराज जी ने अपने प्रवचनों के बताया कि आज कल इंसान पुत्र प्राप्ति की इच्छा से जो भ्रूण-हत्या करता है उसे ब्रह्म हत्या का पाप लगता है। कथा में हरिचन्द मिड्ढा, मीना शर्मा, अनिल शर्मा, कुन्दन लाल अग्रवाल, मदन लाल कक्कड़, प्रेम कक्के, अशोक अरोरा, श्याम खुराना, लक्ष्य शर्मा, राजीव ग्रोवर, राजेश आनन्द, विजय फुटेला चिमन लाल ठुकराल, सतनाम सिंह पप्पू, सूरज आर्य गौरव गुम्बर मोंटी आर्या व स्त्री सत्संग सभा की महिलाएँ सुनीता अरोरा, पूनम चौहान, पूर्व पार्षद कंचन डीयू, निर्मला आनन्द, आशा अरोरा आदि मौजूद थे।
