भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर । वर्ल्ड अस्थमा डे के उपलक्ष में रुद्रपुर शहर के बहुचर्चित अस्पताल मेट्रोसिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में डॉ. मनदीप सिंह द्वारा निशुल्क ओपीडी व निशुल्क फेफड़ों की जांच की गई। रुद्रपुर शहर के लोगों का कहना है की मैट्रोसिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर द्वारा इस प्रकार के विभिन्न निशुल्क कैंप व प्रतिक्रियाएं करी जाती हैं, जिनसे उनको बड़ा लाभ मिलता है और वह आसानी से अपनी बीमारी को जान पाते हैं। 80 से 100 मरीजों ने वर्ल्ड अस्थमा डे के उपलक्ष में कराई गई जांचों का लाभ उठाया। वहीं डॉक्टर मनदीप सिंह ने कहा अस्थमा के किसी भी मरीज को अपनी दवा बीच में नहीं छोड़नी चाहिए। जब तक उसकी बीमारी पूर्ण रूप से समाप्त ना हो जाये या जब तक मरीज को चिकित्सक ने दवा चलाने का समय दिया हो तब तक उसे इलाज जारी रखना चाहिए। वहीं उन्होंने बताया कि अस्थमा कोई लाइलाज बीमारी नहीं हैं। लेकिन लोगों में इस बीमारी की जानकारी कम होने के चलते लोग सही से इलाज नहीं करवाते हैं। उन्होंने बताया कि घरघराहट होना अस्थमा का प्रमुख लक्षा माना जाता है। जिसमें मरीज जब सांस लेता है तो सीटी जैसी आवाज आने लगती है। इसके अलावा सांस फूलना, हंसने या व्यायाम करने के दौरान खांसी आना, सीने में जकड़न व दर्द, बार-बार गला साफ करने का मन करना, अत्यधिक थकान महसूस करना यह सब अस्थमा के लक्षण हैं। वहीं अस्थमा में मरीज को बारिश, सर्दी, धूल भरी आंधी, ज्यादा गर्म और नम वातावरण से बचने के लिये बताया। जिससे कि यह बीमारी और अधिक ना बढ़े। साथ ही उन्होंने कहा कि मरीज को धूल-मिट्टी और प्रदूषण से बचाव करना चाहिए, साथ ही बाहर निकलने पर मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। वर्ल्ड अस्थमा डे के कैंप को सफल बनाने में मैट्रोसिटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की पूरी टीम का पूर्ण सहयोग रहा।