भोंपूराम खबरी,रूद्रपुर। बीच शहर में बीमारी का जड़ बने कूड़े के पहाड़ की एनजीटी ने जांच शुरू दी है। एनजीटी के एक टीम बुधवार को टांचिग ग्रांउड पर पहुंच कर उसकी फोटोग्राफी की, वहीं मौके पर पहुंचे नगर आयुक्त नरेश चंद्र दुर्गापाल और एसडीएम मनीष बिष्ट से जानकारी। टीम ने शिकायत कर्ता आरटीआई कार्यकर्ता रामबाबू का पक्ष सुना। नगर आयुक्त शीघ्र ही शहर का कूड़े के पहाड़ से मुक्ति दिलाने का भरोसा दिया है।
आरटीआई कार्यकर्ता रामबाबू की शिकायत पर बुधवार को एनजीटी रीजनल अधिकारी नरेश गोयल, जी सुनील आर्य तीन सदस्यीय टीम के साथ रुद्रपुर पहुंचे, उन्होंने ट्रांजिट ग्रांउड की फोटो ग्राफी की। एनजीटी टीम के पहुंचे की सूचना पर नगर आयुक्त नरेश चंद्र दुर्गापाल, एसडीएम मनीष बिष्ट भी मौके पर पहुंच गए। नगर आयुक्त नरेश चंद्र दुर्गापाल ने कहा की वह रुद्रपुर को कूड़े के पहाड़ से मुक्ति दिलाने के मिशन में जुट गए। ट्रांजिट ग्रांउड में कितना कूडा है, इसका आकलन कराया जा रहा। इसके बाद इसका एक बार में निस्तारण करने का ठेका दिया जाएगा। एन एच की कितनी जमीन है, इसका सर्वे कर पिलर लगाने को कहा है। जिसके बाद ट्रांजिट का सभी तरफ से बंद कर दिया जाएगा। नदी की तरफ से पिलर लगाने का काम हो रहा है। कोशिश की जायेगी की कूड़े से किसी को दिक्कत हो। इसके सुधारीकरण की रिपोर्ट भी शीघ्र एनजीटी को सौंपी जाएगी।
शिकायतकर्ता रामबाबू ने बताया की रुद्रपुर एन एच 74 पर कूड़े का पहाड बना हुआ है, इसमें उठाने वाली बदबू और धुएं से शहर की की वस्तियों के लोगों को दिक्कतें हो रही थी। इससे प्रदुषण भी हो रहा था, कूड़ा एन एच की सडक तक आने से आवाजाही में भी दिक्कतें हो रही। जनहित के इस मामले में उन्होंने एनजीटी मुख्यालय में शिकायत की थी। जिसपर एनजीटी के देहरादून कार्यलय से डीएम से रिर्पोट मांगी गईं हैं।इसी के तहत बुधवार को एनजीटी की टीम ने निरीक्षण किया है।