भोंपूराम खबरी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इंद्रलोक इलाके का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक पुलिसकर्मी सड़क किनारे नमाज़ अदा कर रहे व्यक्ति को हटाने के लिए उसके साथ अपमानजनक व्यवहार करता है. यह पुलिसकर्मी उसे लात मारता हुआ नजर आ रहा है।
दिल्ली के इंद्रलोक इलाके में सड़क पर नमाज पढ़ने के दौरान मुस्लिम समुदाय और पुलिस के बीच हंगामा हो गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें एक पुलिसकर्मी सड़क पर नमाज पढ़ रहे लोगों को लात मारकर वहां से जाने को कहता दिख रहा है।
नमाजियों से दुर्व्यवहार पर समुदाय के दूसरे लोग काफी नाराज होते हैं और पुलिस वाले से बहस करने लगते हैं. इस दौरान धक्का-मुक्की की स्थिति तक बनती दिखती है. घटना की जानकारी आने के बाद पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है।
नमाज पढ़ते लोगों को पुलिस ने मारी लात
रिपोर्ट के मुताबिक़ इलाके की मस्ज़िद में भीड़ ज़्यादा होने की वजह से कुछ लोग बिजी सड़क पर ही नमाज़ पढ़ने बैठ गए थे. तभी पुलिस वहां पहुंचती है और लोगों को उठाने का आदेश देती है. लेकिन एक पुलिसकर्मी काफी अग्रेसिव हो जाता है और सजदा कर रहे लोगों को लात-घूंसे मारना शुरू कर देता है. कुछ लोगों को उसने कंधे से उठाया और थप्पड़ मारा।
वीडियो में दिख रहा है कि जब लोग पुलिस के इस एक्शन का विरोध करने लगे तो वो और चिल्लाने लगा।
वीडियो के आख़िर में भीड़ पुलिसवाले से बहस करने लग गई और दोनों के बीच हाथापाई भी होने लगी. वीडियो वायरल होने के बाद DCP नार्थ मनोज मीणा ने प्रेस वार्ता में कहा_
“आज इंद्रलोक में हुई घटना में वीडियो में दिख रहे पुलिस चौकी प्रभारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. आवश्यक कार्रवाई भी की गई है
सोशल मीडिया पर क्या चल रहा?
घटना पर ज्यादातर लोग दो राय दे रहे हैं. कुछ का कहना है कि नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद है, तो फिर सड़क घेरने का क्या मतलब. वहीं कुछ का कहना है कि सड़क खाली कराने का पुलिस का ये तरीका पूरी तरह अस्वीकार्य है. कुछ रिएक्शन देखते हैं.
अनिता मीणा नाम की यूजर ने लिखा,
पहली बात रोड़ पर नमाज़ पढ़ना गलत बात है क्योंकि मस्जिद में नमाज पढ़नी चाहिए. दूसरी बात पुलिस का ये रवैया गलत था, आराम से समझाया भी जा सकता था.”
अनवर खान नाम के यूजर ने लिखा,
“दिल्ली पुलिस यह अस्वीकार्य है, कुछ कार्रवाई करें और इस व्यक्ति को सस्पेंड करें.”
निशी चौधरी नाम की यूजर ने लिखा,
“काम बेशक ठीक हो… परंतु तरीका बहुत गलत है.”
विशाल मीणा नाम के यूजर ने लिखा,
“पुलिस ग़लत है, पर सड़क पर इबादत करना भी तो गलत है?”
सोशल मीडिया पर पुलिस के इस एक्शन की खूब आलोचना की गई है।
मामले में राजनीति शुरू
कांग्रेस सासंद इमरान प्रतापगढ़ी ने इस वीडियो को ‘एक्स’ पर शेयर कर दिल्ली पुलिस पर कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है. प्रतापगढ़ी ने लिखा, ”नमाज़़ पढ़ते हुए व्यक्ति को लात मारता हुआ ये दिल्ली पुलिस का जवान शायद इंसानियत के बुनियादी उसूल नहीं समझता, ये कौन सी नफ़रत है जो इस जवान के दिल में भरी है, दिल्ली पुलिस से अनुरोध है कि इस जवान के खिलाफ़ उचित धाराओं में मुक़दमा दर्ज करिये और इसकी सेवा समाप्त करिए।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, डीसीपी (नॉर्थ) मनोज मीणा ने वीडियो वायरल होने के बाद कहा कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा, ”दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी को कथित तौर पर उत्तरी दिल्ली में सड़क पर नमाज़ पढ़ रहे लोगों के साथ मारपीट करते देखा गया है. उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इस मामले को कांग्रेस की सोशल मीडिया और डिजिटिल प्लेटफॉर्म की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत ने भी उठाया है. सुप्रिया ने ट्वीट कर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा, ”अमित शाह की दिल्ली पुलिस का मोटो है. शांति सेवा न्याय. पूरी शिद्दत से काम पर हैं.’
वीडियो में देखा जा सकता है कि मेट्रो के खंभे के पास सड़क किनारे पर कुछ युवक नमाज़ पढ़ रहे हैं. पुलिस उन्हें हटाने की कोशिश कर रही है. पुलिसकर्मी नमाज़ियों के साथ बदसलूकी से पेश आई. वहीं पुलिसकर्मी की हरकत के बाद वहां भीड़ जुट गई है और सब पुलिसकर्मी को घेरकर खड़े हो गए और हंगामा करने लगे