Tuesday, March 18, 2025

प्रत्याशियों की बैटिंग से तय होगा माननीयों का स्ट्राइक रेट

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भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। शहर की सरकार चुनने के लिए जनता का मत पेटियों में बंद हो गया है। 25 जनवरी को वोटों की गिनती के बाद प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा। वर्ष 2027 के विधानसभा के सियासी रण का सेमीफाइनल माने जा रहे चुनाव के परिणाम को लेकर जनता के साथ ही नेताओं में खासी बेचैनी है। चुनाव के नतीजे कई नेताओं का भविष्य भी तय करेंगे। पार्टी के प्रत्याशी चुनावी मैदान में कितने मत हासिल करते हैं, उससे माननीयों की लोगों के बीच पैठ को परखा जाएगा।

जिले के नौ विधानसभा क्षेत्रों में पांच विधायक कांग्रेस और चार विधायक भाजपा के हैं। सितारगंज नगर पालिका और शक्तिगढ़ नगर पंचायत से भाजपा के स्थानीय विधायक व कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की प्रतिष्ठा से जुड़ी है। सितारगंज नगर पालिका में हमेशा से निर्दलीय का बोलबाला रहा है। बाजपुर नगर पालिका के साथ ही सुल्तानपुर पट्टी से नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है। बाजपुर में लंबे समय से कांग्रेस काबिज है और इस सीट पर जीत को बरकरार रखने की चुनौती है।

रुद्रपुर नगर निगम में दो बार से भाजपा काबिज है। इस सीट को तीसरी बार पार्टी की झोली में डालने की भाजपा विधायक शिव अरोरा के पास भी चुनौती है। इस सीट पर कांग्रेस के किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ ने खूब जोर लगाया है। उनकी प्रतिष्ठा को भी परिणाम से जोड़ा जाएगा। काशीपुर नगर निगम में भाजपा विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, जसपुर नगर पालिका और महुआडाबरा नगर पंचायत के परिणाम से कांग्रेस विधायक आदेश चौहान के लिए बड़ी प्रतिष्ठा का सबब बनी है।

गदरपुर पालिका और गूलरभोज नगर पंचायत में विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय की साख से जुड़ी है। दोनों ही सीटों पर भाजपा के लिए अंदरूनी लड़ाई और बागी सिरदर्द बनी है। लालपुर नगर पंचायत किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ की प्रतिष्ठा से जुड़ी हुई है। खटीमा नगर पालिका हॉट सीट है। यह सीट मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गृह क्षेत्र में हैं, लेकिन कांग्रेस विधायक और उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी के लिए परीक्षा की घड़ी है। कुल मिलाकर निकाय चुनावों के परिणाम दिग्गजों और माननीयों की जनता में लोकप्रियता की भी तस्वीर रखेंगे।

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