भोंपूराम खबरी।उत्तराखंड राज्य में इन दिनों बीजेपी और कांग्रेस में एक अलग ही युद्ध छिड़ा हुआ है बता दें की नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहने वाले प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक और विवादित बयान दिया है। बयान तब सामने आया जब ‘गोडसे देशभक्त’ वाले बयान के खिलाफ यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने त्रिवेंद्र के आवास को घेरने की कोशिश कर रहे थे। बता दें की एक तरफ पुलिस युथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को बैरिकेडिंग लगाकर रोकने की कोशिश कर रही थी तो दूसरी तरफ त्रिवेंद्र कांग्रेस को ही महात्मा गांधी का असली हत्यारा करार दे रहे थे।
बता दें की आज सोमवार को यूपी में भाजपा के महाजनसंपर्क कार्यक्रम से वापस देहरादून लौटे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके आवास पर स्वागत किया। इस दौरान मीडिया कर्मी भी त्रिवेंद्र आवास पर मौजूद थे कांग्रेस द्वारा किए जा रहे उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन पर मीडिया ने सवाल किया। जिस पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस इस मसले को लेकर नाटक कर रही है, जबकि सत्यता यह है कि महात्मा गांधी के असली हत्यारे कांग्रेस ही है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश के आजादी के दिन ही कांग्रेस ने गांधी की हत्या कर दी थी, जब गांधी जी ने कहा था कि कांग्रेस को विसर्जित कर देना चाहिए उन्होंने आगे कहा, ‘महात्मा गांधी ने कहा था, कांग्रेस जिस उद्देश्य के लिए बनाई गई, उसमें सभी विचारधारा के लोगों ने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और देश को आजादी मिली। इसलिए अब कांग्रेस के नाम का दुरुपयोग होने की संभावना रहेगी, इसलिए कांग्रेस नाम को समाप्त कर देना चाहिए.।
आपको जानकारी के लिए बता दें की त्रिवेंद्र ने कहा कि, ‘महात्मा गांधी की यह बात इन्होंने नहीं मानी और जवाहरलाल नेहरू पार्टी (कांग्रेस) के सरदार बन गए. इसलिए गांधीजी की पहली हत्या तो 15 अगस्त 1947 को ही कर दी गई थी’. त्रिवेंद्र ने आगे कहा, ‘गांधी जी ने सत्य और अहिंसा का मार्ग दिखाया और खादी को अपनाने का आह्वान किया, ताकि खादी को ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार बनाया जा सके, लेकिन कांग्रेस ने सब चीजों को त्याग दिया और उसके बाद महिला कार्यकर्ता को तंदूर में भून कर जला दिया. कभी बोफोर्स घोटाला किया’. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय 1962 में भारत चीन युद्ध का और देश का एक बड़ा चीन के कब्जे में आ गया, उस समय भी कांग्रेस पार्टी ने देश की हत्या की।