भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। शहर में कुछ ऐसे बदमाश किस्म के लोग सक्रिय हो गए हैं जो भोली-भाली जनता को गुमराह कर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिलाने का सपना दिखाकर ठगने का काम कर रहा है। हैरानी की बात यह है कि कई लोगों को इस तरह ठगने की कोशिश होने के बाद भी नगर निगम व अन्य सक्षम विभागों ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर शहर में फर्जीवाड़े का खेल खेला जा रहा है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को पात्रता के तहत आवास दिए जाने का प्रावधान है। शहरी क्षेत्रों में नगर निकाय और ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत स्तर पर आवेदन स्वीकार किए जाते हैं। लेकिन शहर के अंदर कुछ बिल्डर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर चली इस महत्वाकांक्षी योजना का दुरुपयोग करते नजर आ रहे हैं। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले लोग जनप्रतिनिधियों को भी गुमराह कर रहे हैं। योजना के अंतर्गत शहरी क्षेत्र में सिर्फ शहरी निकाय और ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत स्तर पर ही ऐसे आवेदन स्वीकार किए जाते हैं इसके बात त्रिस्तरीय सर्वे के द्वारा पात्रों का चयन होता है। जबकि यह लोग अपने शिकार को कुछ दिनों में ही मकान दिलवाने का प्रलोभन देकर उनसे फर्जी फॉर्म भरवाकर दस्तावेज ले लेते हैं और साथ ही फाइल खर्च और एडवांस के नाम पर उनकी खून-पसीने की कमाई लूट लेते हैं।
इस बारे में भाईचारा एकता मंच के संस्थापक व समाजसेवी केपी गंगवार ने कहा कि पूर्व में यह गैंगआवास विकास में कार्यालय बनाकर इस फर्जीवाड़े को संचालित कर रहा था। गंगवार ने आरोप लगाया कि इसमें कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन सभी लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कोतवाली में शिकायत की जाएगी।
वही इस संबंध में रुद्रपुर नगर निगम के मेयर रामपाल सिंह का कहना है कि निगम का नाम इस्तेमाल करने वाले ऐसे फर्जी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में सीओ अमित कुमार का कहना था कि इस बाबत उन्हें गुप्त सूचनाएँ प्राप्त हुई हैं और इस मामले में जानकारी जुटाई जा रही है।