भोंपूराम खबरी,काशीपुर। अपनी ही पत्नी से पीछा छुड़ाने के लिये पति ने दोस्त संग साजिश रचकर पांच लाख रूपये में अपनी पत्नी की हत्या का सौदा कर डाला। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए पति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों का चालान न्यायालय में पेश किया है। ग्राम प्रतापपुर निवासी सलविन्दर सिंह पुत्र चन्दन सिंह ने कुंडा थाना पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उसकी पुत्री कुलविंदर कौर का पति उसे प्रताड़ित करता है जिसके बाद उसकी पुत्री ने जसपुर थाने में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। कहा कि था कि बीती 3 मार्च को काशीपुर कोतवाली में काउंसलिंग के बाद उसकी पुत्री स्कूटी पर सवार होकर पतरामपुर जा रही थी कि रास्ते में करीब 2.30 बजे शिवराजपुर पट्टी से आगे कार सं. यूके06एन-1555 के अज्ञात चालक उसकी पुत्री को जान से मारने की नियत से टक्कर मार दी। इस दौरान सलविन्दर सिंह ने अपने दामाद जसपाल सिंह पर कार चालक के साथ हमसाज होकर उसकी पुत्री को मौत के घाट उतारने के प्रयास का आरोप लगाया था। मामले में पुलिस ने आरोपी पति समेत अज्ञात कार चालक के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी।
आज एसपी कार्यालय में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि घटना के खुलासे के लिये पुलिस टीमों ने सीसीटीवी कैमरो को चौक किया गया तथा वाहन संख्या यूके06एन-1555 के द्वारा घटना को कारित करना पाया गया। पुलिस द्वारा कार की डिटेल निकाली गई तो कार थाना अफजलगढ़ के रफैतपुर सुआवाला निवासी रिहासत पुत्र फकीरा पर दर्ज मिली। वाहन स्वामी से पूछताछ मेकं जानकारी हुई कि उसने कार को दो माह पूर्व थाना रहेड़ के ग्राम उदयपुर निवासी खेम सिंह चौहान पुत्र छत्रपाल सिंह को दो माह पूर्वएक लाख अस्सी हजार रुपय बेच दी है, तथा खेम सिंह उक्त कार को अपने नाम पर नहीं कर रहा है। पुलिस ने खेम सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने उक्त कार से शिवराज पट्टी से आगे स्कूटी सवार महिला को जान से मारने की नियत से पीछे से टक्कर मारना स्वीकार किया। उसने बताया कि जसपुर के लक्ष्मीनगर निवासी उसके ममेरे भाई महिपाल सिंह पुत्र ओमकार सिंह ने उसे महिला को मारने के लिये तीन लाख रुपये में सौदा किया था तथा उसे एक लाख रुपये एडवांस में उसे दिये थे। जिसके बाद उसने 80 हजार और मिलाकर उक्त कार को खरीदा खेम सिंह ने बताया कि महिपाल सिंह और वह हल्दुवासाहू स्थित फाईबर मैक्स फैक्ट्री में कम्पनी की गाडी चलाता है, और जसपाल सिंह उस कम्पनी में कैशियर है तथा दोनो आपस दोस्त है। महिपाल सिंह ने उसे बताया कि जसपाल सिंह अपनी पत्नी ने काफी परेशान है तथा वह अपनी पत्नी को रास्ते से हटाना चाहता है। महिपाल ने उसे जसपाल की पत्नी की फोटो तथा स्कूटी का नंबर दिया और जसपुर तहसील में जहां कुलविन्दर कौर काम करती है ले जाकर भी दिखाया था तथा तीनो योजना बनाकर कुलविन्दर कौर को मारने के लिये सही जगह व समय की तलाश करने लगे। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पहले उन्होने पतरामरपुर रोड में कार से एक्सीडेण्ट कर मारने की योजना बनायी परन्तु पतरामपुर रोड में लगातार लोगो के मौजूद मिलने के कारण उनका प्लान पास नहीं हो पाया तथा बीती 3 मार्च को कुलवनिन्दर कौर को महिला हेल्प लाईन काशीपुर में काउंसलिंग के लिये आना था तथा वापसी में कार से एक्सीडेण्ट से मारने की योजना बनायी गयी। जब कुलविन्दर कौर काउंसिलिंग के लिये काशीपुर आयी जसपासल सिंह भी योजना के मुताबिक अपनी फैक्ट्री से फैक्ट्री की गाड़ी में चालक महिपाल सिंह के साथ जेएम कोमर्शियल प्रमोद कुमार भटनागर के साथ काशीपुर आया, जसपाल काउंसिलिंग के लिये महिला हैल्प लाईन काशीपुर में गया। महिला हैल्प लाईन में योजना के तहत उसने अपनी पत्नी कुलविन्दर कौर के साथ समझौता कर लिया। काउन्सिलिंग समाप्त होने के पश्चात कुलविन्दर कौर अपनी स्कूटी से वापस अपने घर पतरामपुर जसपुर जाने के लिये चली तथा उसके पति जसपाल सिंह व महिपाल सिंह कम्पनी की बूलोरो गाड़ी से उसका पीछा करते रहे तथा महिपाल अपने मोबाईल फोन से लगातार खेम सिंह चैहान को कुलविन्दर कौर का लोकेशन कोड वर्ड में ही बताता रहा तथा उसने उस बीच खेम सिंह से 19 बार काल कर बात की, टोल टैक्स पार करने के पश्चात हल्दुआ साह चौराहा में खेम सिंह चौहान पहले से ही अपनी स्कोरपियो कार को लेकर कुलविन्दर कौर के आने का इन्तजार करने लगा, महिपाल सिंह ने हल्दुआ साहु चौराहे पर पहुंचने के पश्चात अपनी बोलेरो कार से लम्बा हार्न देकर खेम सिंह को स्कूटी के पीछे जाने के लिये संकेत मिलने पर स्कूटी के पीछे अपनी स्कोरपियो कार लगा दी। खेम सिंह चौहान ने शिवराजपुर पट्टी चैकी पार करने के पश्चात चैकी से लगभग 200 मीटर आगे जसपुर की तरफ पहंचने पर अपनी स्कोरपियो कार से स्कूटी सवार महिला के स्कूटी के पीछे जान से मारने की नियत से काफी तेजी से जोर दार टक्कर मार दी। पुलिस ने आरोपी जसपाल सिंह व महिपाल सिंह को मुरादाबाद रोड स्थित केवीआर हॉस्पिटल के पास से गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि जसपाल ने 5 लाख रुपये में अपनी पत्नी को मारवाने का सौदा अपने दोस्त महिपाल से किया था तथा महिपाल ने 3 लाख रुपये में अपने ममेरे भाई खेम सिंह चौहान से सौदा किया था, महिपाल दोस्ती निभाने के साथ-साथ कमीशन में 2 लाख रुपये की फिराक में भी था। पुलिस ने आरोपियों का चालान कर न्यायालय में पेश किया है। पुलिस टीम में कुंडा थानाध्यक्ष दिनेश फत्र्याल, एसआई मनोहर चन्द, कैलाश देव, भूमिका पाण्डे, एसओजी प्रभारी ललित बिष्ट, हेड कां. विनय कुमार, कां. नरेश चैहान, एसओजी कां. कैलाश तोमक्याल, राजेश भट्ट, दीवान बोरा रहे ।