भोंपूराम खबरी, रुद्रपुर। कोरोना काल में जब रोजगार का जरिया छिन गया। ऐसे में देवभूमि एक पहल समिति ने बच्चो और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का शुरूआत की। जिसके तहत उन्होने बेकार पड़ी वस्तुओं से घर के सजावटी सामान बनाने का प्रशिक्षण दिया तो वही रक्षाबंधन के सीजन को देखते हुए हाथो से निर्मित राखी बनाना भी सिखाया। निर्धन परिवार के बच्चो द्वारा बनाई यह राखियां लोगो को खूब लुभा रही है। जिन्हे बेचकर समिति ने उसका पैसा परिवार के लोगो को बांट दिया है।
गौरतलब है कि देवभूमि एक पहल समिति द्वारा यह प्रशिक्षण निर्धन महिलाओ और उनके बच्चो ंको दिया जा रहा है। जिससे वह आत्मनिर्भर बन सके और अपने परिवार का आर्थिक बोझ भी कम कर सके। समिति की इस पहल से कई महिलाओं को स्वरोजगार भी मिला है। वही निर्धन परिवार के इधर उधर घूमने वाले बच्चे भी अपना समय इस कार्य में व्यतीत कर बुरे कार्य से दूर है।
समिति की अध्यक्षा कोमल शर्मा ने बताया कि उनकी संस्था ने कोरोना काल में भी लोगो की काफी मदद की है। अब महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास कर रही है। जिसके लिए कई तरह के प्रशिक्षण दिये जा रहे है। उन्होने बताया कि उनकी समिति के सहयोग से निर्धन परिवार के कुछ बच्चों ने अपने हाथो से कई तरह की राखियां बनाई है। जोकि लोगो को खूब पसंद आ रही है। बताया कि राखियां व अन्य सामान बेचने के लिए वह लोग कई जगह स्टाल भी लगाने है तथा आनलाइन बेचने के लिए अपने सोशल मीडिया पेज पर उस वस्तु को शेयर करते है। जिसके बाद उसकी डिमांड आने पर उसे बेच देते है। कई लोगो ने बच्चो द्वारा बनाई राखियां खरीदी है और उससे आया पैसा परिवार के लोगो में बांट दिया गया है। जिसे पाकर वह बहुत खुश है।उन्होने बताया कि समिति का कार्य ही लोगो की मददकर उनके चेहरे पर खुशी लाना है। समिति का यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा।