भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। कई दशकों से निवास कर रहे नगला पंतनगर के लगभग डेढ़ हजार परिवारों को प्रशासन द्वारा उजाड़ने की कार्यवाही करने से आक्रोशित भाईचारा एकता मंच के संस्थापक सौरभ गंगवार एवं केंद्रीय अध्यक्ष के.पी. गंगवार के नेतृत्व संगठन के सदस्यों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि शासन की मंशा ठीक नहीं है और कीच समय बाद रुद्रपुर में नजूल भूमि पर काबिज लोगों को भी इसी तरह न उजाड़ दिया जाये।
डीएम रंजना राजगुरु को मुख्यमंत्री के नाम भेजे गए ज्ञापन में संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि दशकों से निवास कर रहे नगला के लोगों को उजाड़ना गलत है। इसी परिपाटी पर बाद में रुद्रपुर शहर की बस्तियों को भी उजाड़ा जा सकता है। शहर में लगभग दो हजार एकड़ भूमि पर कई बस्तियां बन चुकी है जहाँ हजारों लोग निवासरत हैं। ठीक इसी तरह ट्रांजिट कैंप की भूमि भी दान पात्र की है जिसकी लीज समाप्त हो चुकी है। ऐसे में जब नंगला के लोगों को उजाड़े जाने का फरमान आ सकता है तो रुद्रपुर के लोगों को भी नजूल भूमि पर मालिकाना हक से वंचित किया जा सकता है। मंच के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि लंबे समय से मालिकाना हक की लड़ाई संगठन लड़ रहा है। परंतु आश्वासनों शहर की जनता को कुछ नहीं मिला है। यदि सरकार को वास्तव में गरीब जनता का दर्द याद है तो शीघ्र अतिशीघ्र नगला वासियों के साथ-साथ रुद्रपुर शहर की नजूल की भूमि पर निवासरत लोगों को भी मालिकाना हक दिया जाए। ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में दान पात्र कृषि भूमि पर निवासरत लोगों को भी उनकी भूमि का मालिकाना हक दिया दिया जाए। मंच पदाधिकारियों ने ऐलान किया कि यदि शीघ्र इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो संगठन उग्र आंदोलन करने को विवश होगा।
ज्ञापन देने वालों में प्रदेश अध्यक्ष अवतार सिंह बिष्ट, महिला जिला अध्यक्ष सुमन पन्त, जिला अध्यक्ष टोनी पठान, अनुसूचित मोर्चा प्रभारी प्रदीप सागर, मुख्त्यार अहमद, बबली रस्तोगी, अनीता, सुमित्रा, महानगर अध्यक्ष महेश गंगवार, जिला सचिव पंकज राघव, चोखे लाल गंगवार, शीला चौधरी, पूजा डे, देवेंद्र कौर,आरिफ अंसारी, मुस्लिम अहमद, पाना देवी, गुंजा पासवान आदि थे।