भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। द मेडिसिटी अस्पताल रूद्रपुर में नशा मुक्ति केन्द्र का दीप प्रज्वल्लन एवं फीता काटकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा० मंजूनाथ टी० सी०, रोहताश बत्रा द्वारा उदघाटन किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा० मंजूनाथ टी० सी० द्वारा समाज में जो नशे के ऊपर निर्भरता है. इस नशाखोरी को समाज से निकालना है तो तीन चीजों की जरूरत होती है सर्वप्रथम शिक्षा एवं जागरूकता, द्वितीय प्रशासन एवं तृतीय पुनर्सुधार केन्द्र की आवश्यकता होती है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जनपद में इस प्रकार के पुनसुधार केन्द्र बहुत आवश्यकता थी, जिसे द मेडिसिटी अस्पताल द्वारा शहर को दिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नशा मुक्ति के लिए शहर में और भी प्रयास होना चाहिए साथ ही रुद्रपुर शहर के लिए इस नेक पहल को शुरू करने पर डा० दीपक छावड़ा एवं मेडिसिटी टीम को बधाई दी।
इस अवसर पर नशा मुक्ति केन्द्र की आवश्यकता तथा उपयोगिता के ऊपर बोलते हुये मनोचिकित्सक विभाग के प्रभारी डा० मिलन अरोरा ने कहा कि शराब या किसी अन्य प्रकार के नशे की लत जो व्यक्ति के जीवन को बर्बाद कर देती है, अस्पताल का नशा मुक्ति केन्द्र निम्न सभी व्यसनों से निपटने मे व्यक्ति की मदद करता है जैसे अफीम, स्मैक, डोडा, एमडी, इग्स आदि।
डा० मिलन अरोरा द्वारा यह भी बताया गया कि इसके अतिरिक्त अन्य मानसिक रोगों का उपचार भी किया जाता है जैसे नींद सम्बन्धी समस्या, मिर्गी के दौरे, बुजुर्गों की समस्या, Anxity. Depression, Schizophrenia, Bipolar, OCD बच्चों में मंदबुद्विता, बच्चों में मोबाइल की लत आदि का उपचार एवं सलाह मनोचिकित्सा विभाग द्वारा प्रदान की जा रही है।
इस अवसर पर द मेडिसिटी अस्पताल के प्रबंधक डा0 दीपक छावडा ने बताया कि नशा समाज के सामने गंभीर चुनौती के रूप से व्याप्त है, जिसका निराकरण अति आवश्यक है, समाज के प्रत्येक आयु वर्ग के लोग खासकर युवा वर्ग पर इसका सीधा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, नशे की लत से प्रभावित व्यक्ति न सिर्फ खुद अपितु उसका पूरा परिवार संकट के दौर से गुजरता है, तथा वह व्यक्ति समाज को भी प्रभावित करता है। नशे से मुक्त होकर आज का युवा अपनी सकरात्मक उर्जा का उपयोग समाज की प्रगति में अपना सकारात्मक योगदान दे सकता है।
इस अवसर पर अस्पताल के निदेशक रोहताश बत्रा, गिरिश चन्द, राहुल चन्द, , सामाजिक कार्यकर्ता प्रीतम अरोरा, सुरेश परिहार एवं शहर के गणमान्य लोग मनीष छावड़ा, विनय बत्रा, गुलशन छावड़ा एवं अस्पताल के समस्त स्टाफ उपस्थित थे।