
भोंपूराम खबरी। रुद्रपुर के पूर्व मेयर रामपाल सिंह के द्वारा अपने कार्यकाल में के अंतिम समय में रातों रात निकाले गए 12 करोड़ के 112. टेंडर पर डीएम उदय राज सिंह ने जांच के बाद कैंची चला दी है। 112 टेंडरों में 56 टेंडर कैंसिल कर दिया गए हैं, जबकि इतने ही टेंडरों पर काम को उन्होंने हरी झंडी दे दी है। गौरतलब कि अपने कार्यकाल के दौरान लगातार विवादों में रहे पूर्व मेयर रामपाल सिंह के साथ कार्यकाल के अंत में रातों रात 112 टेंडर निकाले गए थे। जिसमें अधिकांश टेंडर उन्होंने अपने चहेते पाषर्दों के क्षेत्र में निकाले थे, मेयर इसमें खूब मनमानी की थी,वर्क आर्डर जारी होने से पहले ही मेयर खुद विदाई की माल पहने से पहले ही इसका लोकार्पण भी कर दिया था, मेयर के इस कार्यक्रम से निगम के अधिकारी घायल रहे थे। इधर टेंडरों को निरस्त करने की मांग भी उठ रही थी। घासमंडी के। पाषर्द रंजीत सागर ने इसकी पत्र भी डीएम उदयराज सिंह को सौंपा था, इधर डीएम/प्रशासक उदयराज सिंह ने मेयर के टेंडरों पर जांच बैठा दी। जांच हुई तो पता चला कि रामपाल ने जो टेंडर निकाले थे, उनमें आधे कामों की जरूरत ही नहीं थी, आधा दर्जन जगह पर तो दूसरे विभागों से काम पहले ही चुका है। जांच के बाद डीएम उदयराज सिंह ने 56 काम निरस्त कर दिए हैं। यानी की साफ है कि पूर्व मेयर रामपाल के लिए यह बड़ा झटका है। रामपाल अपने कार्यकाल में जिस प्रकार भष्टचार करते रहे, उसे अंत में भी अंजाम देने की फिराक में थे, उन्होंने इसकी पूरी पटकथा भी लिख दी थी, लेकिन ईमानदार डीएम उदयराज सिंह के चलते उनकी यह मंशा पूरी नहीं हो पाई।।

डीएम/प्रशासक रुद्रपुर नगर निगम उदयराज सिंह ने बताया कि शिकायतों और आरोपों के बाद उन्होंने जांच कराई है, जिसमें सिर्फ 56 जगहों पर ही काम होने की जरूरत समाने आई। बाकी जगहों पर पहले ही काम पूरा मिला है, जिससे बाकी टेंडर निरस्त कर दिए गए हैं।