भोंपूराम खबरी। बीजेपी सांसद वरुण गांधी अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में भाषण दे रहे थे. इस दौरान उनके पास खड़े एक साधु का मोबाइल फोन बज गया तो वरुण के समर्थकों ने साधु को टोक दिया. इस पर उन्होंने कहा, अरे रहने दो, पता नहीं महाराज कब मुख्यमंत्री बन जाएं.
वरुण इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि अगर वो मुख्यमंत्री बन गए तो हमारा क्या होगा. समय की गति को समझा करो. उन्होंने अच्छे दिन पर तंज कसते हुए कहा कि महाराज जी मुझे लगता है अब समय अच्छा आ रहा है.
इसके अलावा वरुण गांधी ने जनता को नसीहत देते हुए कहा कि भेड़चाल में वोट न दें. ऐसा न हो कि कोई आए, भारत माता की जय बोले, जय श्री राम बोले और आप उसको वोट दे दें।
भेड़ चाल में वोट न दें: वरुण गांधी
पीलीभीत सांसद ने कहा, “जब मै विदेश में जाता हूं तो लोग मुझसे पूछते हैं कि पीलीभीत कैसा है? पीलीभीत की पहचान मुझसे है. मेरी पहचान पीलीभीत से है. यह बहुत पवित्र संगम है. जब भी मैं यहां आता हूं. बंगाली समाज से निवेदन करता हूं किसी को भी आप वोट दें, लेकिन भेड़ चाल में ना दें।
वो सिर्फ ट्विटर पर लिखते हैं, वरुण के बचाव में उतरीं मां मेनका गांधी
उन्होंने आगे कहा, “यह नहीं कोई आया भारत माता की जय, जय श्री राम की, उसके बाद आपकी गिनती भी वैसी हो जाएगी. आप एक संख्या हो. आप सब देवी समान हो, आपकी सोचो और आपका सम्मान हो, आपके बच्चों का सम्मान हो आपके सपनों का आधार हो.” बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं वरुण गांधी वरुण गांधी लगातार बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोले हैं. वह सोशल मीडिया से लेकर मंचों तक सरकार की नीतियों की आलोचना करते रहे हैं. इस तरह की बयानों से बीजेपी से उनके बीच की दूरी दिखाई देती है. वहीं कई बार वरुण के बचाव में उनकी मां मेनका गांधी को भी उतरना पड़ा है. एक बार जब मेनका गांधी से वरुण के तेवरों को लेकर पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि वह सिर्फ ट्विटर पर ही इस तरह लिखते हैं।
मैं न कांग्रेस के खिलाफ और न नेहरू के: वरुण इससे पहले एक बार उन्होंने पीलीभीत में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि ना तो मैं नेहरू जी के खिलाफ हूं, ना ही कांग्रेस के खिलाफ हूं. हमारी राजनीति देश को आगे बढ़ाने के लिए होनी चाहिए ना कि गृह युद्ध पैदा करने के लिए. आज जो लोग केवल धर्म और जाति के नाम पर वोट मांग रहे हैं, हमें उनसे ये पूछना चाहिए कि रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा का क्या हाल है।
बीजेपी सांसद ने कहा था कि हमें ऐसी राजनीति नहीं करनी है, जो लोगों को दबाए, बल्कि हमें वो राजनीति करनी है जो लोगों को उठाए. धर्म और जाति के नाम पर वोट लेने वालों से हमें ये पूछने की जरूरत है कि वे रोजगार, शिक्षा या स्वास्थ्य जैसे गंभीर मुद्दों पर वह क्या कर रहे हैं. हमें ऐसी राजनीति नहीं करनी चाहिए जो लोगों को भड़काने या उनका दमन करने में विश्वास करती हो. हमें ऐसी राजनीति करनी चाहिए जो लोगों का उत्थान
हवाई निरीक्षण से जमीनी मुद्दे नहीं दिखते: वरुण
बीते साल जब यूपी में टीईटी की परीक्षा हुई थी, उस समय भी अभ्यर्थियों का एग्जाम सेंटर 200-300 किलोमीटर दूर रखा गया था. इस दौरान उन्हें आने-जाने और उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल उठे थे. इस दौरान भी वरुण ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया था. उस समय वरुण ने कहा था कि शायद हवाई निरीक्षण से जमीनी मुद्दे नहीं दिखते।