

भोंपूराम खबरी,रुद्रपुर। केंद्रीय मंत्री एवं रुद्रपुर-नैनीताल से सांसद अजय भट्ट की जन आर्शीवाद योजना को किसानो का भारी विरोध झेलना पड़ा। जिसके चलते रुद्रपुर स्थित स्वागत कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री को रथ छोड़कर कार से पहंुचाना पड़ा। वही यात्रा को देखते हुए किसानो ने उन्हे काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन का रूख अपनाया हुआ था। किसानो के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन पहले से ही सतर्क था और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर रखा था। लेकिन किसान पुलिस को छकाते हुए आखिरकार उनके काफिले को काले झंडे दिखाने में सफल रहे। इस दौरान किसानो की पुलिस से धक्कामुक्की के साथ तीखी झड़प भी हुई। किसानो को रुख देखते हुए पुलिस को उनकी गिरफ्तारी के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा। हालाकि पुलिस ने कुछ किसानो को यात्रा से पूर्व गिरफ्तार भी किया।
तीन कृषि कानूनों के विरोध में केंद्रीय मंत्री व सांसद अजय भट्ट को काले काले झंडे दिखाने के लिए भारतीय किसान यूनियन (टिकैत व चढ़ूनी) के पदाधिकारियों के नेतृत्व में सैकड़ो किसानो ग्रीन पार्क और पालम सिटी पर एकत्रित हुए और सरकार व कृषि कानूनो के खिलाफ विरोध प्रर्दशन करते हुए जमकर नारेबाजी की। इस दौरान किसानो ने काली पगड़ी और हाथ में काले फीते बांध रखे थे। साथ ही हाथ में काले झंडे लिये हुए थे। वही उन्हे रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर रखा था। पुलिस किसानो का ग्रीन पार्क स्थित कालोनी के गेट पर गिरफ्तारी के लिए इंतजार कर रही थी। लेकिन किसानो ने पुलिस को छकाते हुए कई टुकड़ियां बना डाली और सड़क के दोनो ओर खड़े गये तथा पुलिस को इधर से उधर घूमाते रहे। जिससे उन्हे गिरफ्तार करने आयी पुलिस की परेशानियां बढ़ गई। वही पुलिस की गाड़ियो भी उन्हे इधर से उधर उन्हे गाड़ी में बैठाने के लिए घूमती रही। इस दौरान एसपी क्राइम मिथलेश सिंह और सीओ सिटी अमित कुमार, पूर्व कोतवाल कैलाश भट्ट व वर्तमान कोतवाल बिजेन्द्र शाह, एलआईयू इंस्पेक्टर विजय कुमार ने किसानो को समझाने का प्रयास भी किया। लेकिन किसान केंद्रीय मंत्री को काले झंडे दिखाने की मांग पर अड़े रहे। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए कई किसानो को पकड़कर निजी बस व पुलिस की गाड़ियों में बैठाया और थाने ले गई।
भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी के जिलाध्यक्ष साहब सिंह सेखो ने कहा कि कसान पिछले करीब आठ माह से बार्डर पर बैठे है। लेकिन सरकार की कान में जूं नही रेंग रही है। किसानो की आवाज सरकार तक पहंुचाने के लिए ही आज हम एकत्रित हुए है और केंद्रीय मंत्री को काले झंडे दिखाकर किसानो का विरोध जताना चाहते है। कहा कि आगे भी आगे भी अपनी यूनियन के निर्णय अनुसार आंदोलात्मक कार्यवाही की जाएंगी।
