भोंपूराम खबरी,रूद्रपुर। कुर्मी महासभा की वर्ष 2023 की प्रथम बैठक केन्द्रीय अध्यक्ष सौरभ गंगवार की अध्यक्षता में आयोजित हुयी बैठक में आगामी निकाय चुनाव की रणनीति बनाने के साथ ही संगठन को मजबूत करने और मलिन बस्तियों की समस्याओं पर चर्चा की गयी बैठक में मलिन बस्तियों की उपेक्षा करने वाले नेताओं का बहिष्कार करने का ऐलान भी किया गया।
ट्रांजिट कैम्प में आयोजित बैठक में केन्द्रीय अध्यक्ष सौरभ गंगवार ने कहा कि कुर्मी समाज के लोग शहर में बड़ी संख्या में है लेकिन इसके बावजूद भी यह समाज आज भी उपेक्षित है। कुर्मी महासभा समय पर विभिन्न सामाजिक मुद्दों को लेकर संघर्ष करती रही है। कई बार मलिन बस्तियों की समस्याओं को लेकर आवाज उठायी गयी है लेकिन राजनैतिक दल हमेशा से ही इस समाज की उपेक्षा करते आ रहे हैं। राजनैतिक दल सिर्फ वोट बैंक के रूप में कुर्मी समाज को इस्तेमाल करते आ रहे हैं। राजनैतिक दलों के इस व्यवहार को कुर्मी समाज को समझना होगा और आगामी निकाय और लोकसभा चुनाव में सोच समझकर अपने मताधिकार का प्रयोग करना होगा।
गंगवार ने पूर्व मेयर सोनी कोली और मौजूदा मेयर रामपाल सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों ही मेयरों ने अपने चेहेतों को लाभ पहुंचाया है और अपने घर भरने का काम किया है। मलिन बस्तियों की पिछले दस वर्षों से लगातार उपेक्षा की जा रही है। विकास कार्य पैसे वालों की कालोनियों में किये जाते हैं। ट्रांजिट कैम्प, शिवनगर की तमाम बस्तियां आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। केन्द्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मलिन बस्तियों के लोगों की याद सिर्फ चुनाव के समय आती है। चुनाव के समय बड़े बड़े वायदे किये जाते हैं और उसके बाद मलिन बस्ती के लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता है। आज मलिन बस्तियों की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां कितना विकास हुआ है। लोग गंदगी में जीने को मजबूर हैं। न सड़क है ना नालियां हैं। विकास के दावे हवाई साबित हो रहे हैं।