
भोंपूराम खबरी। इन दिनों कुत्ते काटने के केस बढ़ने लगे हैं। इससे निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने करीब एक करोड़ की लागत से एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (एबीसी) बनाया है। निराश्रित श्वान की जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए केंद्र में डाक्टर्स की तैनाती भी कर दी गई है। निगम चुनाव के बाद फरवरी, 2025 के प्रथम हफ्ते में यह केंद्र शुरू हो सकता है।

नगर निगम प्रशासन ने करीब चार साल पहले एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (एबीसी) बनाने की तैयारी की थी । इसके लिए तीर्थ द्रोणसागर रोड स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय में भूमि चयनित की गई थी। निगम ने पशु चिकित्सालय की खाली भूमि पर लगभग 63 लाख की लागत से एबीसी सेंटर का निर्माण कराया है। 14 सितंबर, 2023 को शहरी विकास मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने निराश्रित श्वान की जनसंख्या नियंत्रण केंद्र के लिए 37 लाख 866 रुपये की वित्तीय स्वीकृति दी थी। इस राशि से ऑपरेशन थियेटर बनाने के साथ दो से तीन दिन तक कुत्ते को सेंटर में रखने के लिए अ कैनाल की व्यवस्था भी की गई है। केंद्र में मेडिकल उपकरणों, दवा आदि की भी व्यवस्था कर ली गई है। नगरा आयुक्त विवेक राय ने बताया कि आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए वाहन को मोडिफाइड किया जा रहा है। केंद्र पर डॉ. भारत को प्रभारी नियुक्त किया गया है । कंपनी की ओर से श्वान के आपरेशन के लिए डॉक्टर नीरज और स्टाफ की नियुक्ति कर दी गई है । उन्होंने बताया कि आचार संहिता से केंद्र का शुभारंभ नहीं हो सका है। निगम के चुनाव होने के बाद फरवरी माह से एबीएस काम करना शुरू कर देगा।