भोंपूराम खबरी। बागेश्वर उपचुनाव से पहले बीजेपी ने बड़ा ट्रंप कार्ड खेलते हुए कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए वहां से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रंजीत दास को बीजेपी की सदस्यता दिलाई।बागेश्वर से कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रंजीत दास ने भाजपा का दामन थामा 2022 में कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था चुनाव सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पटका पहनाकर पार्टी में किया स्वागत।आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी प्रदेश कार्यालय में कराया रंजीत दास को पार्टी में शामिल।
बताते चलें कि कांग्रेस अभी तक अपने नाम फाइनल नहीं कर पाई लेकिन बीजेपी ने जहां अपने नाम सेंट्रल कमेटी को भेज दिए तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के ही घर में सेंध लगाकर कांग्रेस को एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर वह किसे अब चुनावी मैदान में उतारेंगे। बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी के लिए भाजपा ने तीन नाम पैनल संसदीय बोर्ड को भेज दिए हैं। 15 अगस्त तक पार्टी प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर सकती है। 16 अगस्त को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की उपस्थिति में नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया हो सकती है। इसी दिन भाजपा की एक बड़ी चुनावी सभा भी होगी।बृहस्पतिवार को चुनाव अभियान समिति ने विधानसभा चुनाव प्रबंधन समिति द्वारा भेजे गए पांच संभावित नामों पर विचार किया। इसमें तीन नामों का पैनल तैयार किया। बताया जा रहा है कि इस पैनल में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास, पुत्र गौरव दास और दीपा आर्य का नाम शामिल है। दीपा आर्य जिला पंचायत में उपाध्यक्ष रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी चंदन राम दास की पत्नी या बेटे में से किसी एक को प्रत्याशी बना सकती है। इसका खुलासा 15 अगस्त हो सकता है।पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के मुताबिक, शीघ्र ही पार्टी संसदीय बोर्ड नामों पर विचार कर उम्मीदवार की घोषणा कर देगा। संगठन ने प्रत्याशी के नामांकन की तैयारी शुरू कर दी है। भट्ट ने कहा कि कार्यकर्ताओं की सहमति और जनभावनाओं के अनुरूप उम्मीदवार तय किया जाएगा।