
भोंपूराम खबरी। उत्तराखंड में निकाय चुनाव मई में होंगे। जल्द ही ओबीसी आरक्षण की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।शासन स्तर से चुनाव की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। आगें पढ़ें निकाय चुनाव को लेकर शासन की क्या तैयारियां चल रही है।

उत्तराखंड में निकायों का कार्यकाल एक दिसंबर को खत्म हो गया था। दो दिसंबर से निकायों को प्रशासकों के हवाले कर दिया गया था। जिलाधिकारियों के स्तर से भी नगर निकायों की जिम्मेदारियां देखी जा रही है। अपर जिलाधिकारी स्तर तक के अधिकारी छोटे निकायों में प्रशासक के तौर पर कामकाज देख रहे हैं। इसी बीच अब शासन स्तर से राज्य में निकाय चुनाव की तैयारी तेज कर दी गई हैं। भीतरखाने सरकार ने मई में निकाय चुनाव संपन्न कराने का लक्ष्य तय कर दिया है। लोगों का इंतजार अब जल्द ही खत्म होने वाला है। आयोग के अध्यक्ष चंद्रशेखर भट्ट के मुताबिक ‘ चुनाव की प्राथमिक तैयारियां की जा रही हैं’।
जल्द तय होगा ओबीसी आरक्षण
कुछ समय पहले ही समर्पित आयोग ने ओबीसी आरक्षण की जो रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी है, सरकार उसका अध्ययन कर रही है। उसके बाद शहरी विकास विभाग सभी जिलों के डीएम से आरक्षण रोस्टर तैयार कराएगा। उसी रोस्टर के आधार पर जल्द ही राज्य में ओबीसी आरक्षण की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
जल्द होगा अंतिम सूची का प्रकाशन
आयोग ने मतदाता सूची अपडेशन का काम पूरा करा लिया है। अब जल्द ही इस मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन करने की तैयारी है। सरकार ने हाईकोर्ट में भी छह माह के भीतर निकाय चुनाव कराने का वायदा किया है। इसके आधार पर सरकार मई में ही चुनाव संपन्न कराने की दिशा में आगे बढ़ रही है।